जेएनयू कैंपस में रविवार को हुई हिंसा के आरोप में यूनिवर्सिटी की छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत 19 लोगों पर केस दर्ज किया है।
भास्कर डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, मंगलवार को यह केस 5 जनवरी को सुरक्षाकर्मियों पर हमला और सर्वर रूम नष्ट करने को लेकर आईं शिकायतों के बाद दर्ज किया गया। अब इसे लेकर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने तंज कसा है।
The FIR against the president of JNUSU is totally understandable . How dare she stop a nationalist , desh Premi iron rod with her head . These anti nationals don’t even let our poor goons swing a lathi properly . They always put their bodies there . I know they love to get hurt .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) January 7, 2020
जावेद ने लिखा है, जेएनयूएसयू अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर समझने लायक है। राष्ट्रवादी, देशप्रेमी की लोहे की रॉड को अपने सिर से रोकने की उसकी हिम्मत कैसे हुई?
ये देशद्रोही हमारे गरीब गुंडों को ठीक से लाठी भी नहीं घुमाने देते। हमेशा अपना शरीर वहां घुसा देते हैं। मैं जानता हूं कि उन्हें खुद को तकलीफ देना पसंद है।
जेएनयू में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान रविवार रात हिंसा हुई थी। नकाबपोशों ने छात्र-शिक्षकों को डंडे और लोहे की रॉड से बुरी तरह पीटा।
वे ढाई घंटे तक कैंपस में कोहराम मचाते रहे। हमले में छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत कई घायल हो गए।
आइशी ने एबीवीपी पर हमले का आरोप लगाया और कहा कि नकाबपोश गुंडों ने मुझे बुरी तरह पीटा। करीब 35 लोग जख्मी हो गए। अब तक 23 घायलों को एम्स से छुट्टी मिल चुकी है।