जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार रात हिंसा होने की खबरों के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों ने इसका विरोध किया।
प्रभा साक्षी पर छपी खबर के अनुसार, AMU में प्रदर्शनकारी छात्रों के प्रवक्ता ने बताया कि जेएनयू में नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों द्वारा छात्रों के साथ मारपीट किए जाने की घटना में पीड़ित छात्रों के साथ सहानुभूति जताने के लिए एएमयू में विरोध मार्च किया गया।
Police can enter Jamia and AMU without permission,rain lathis and
arrest students from library,hostel rooms and even hospital emergency wards.
But the same police has been waiting outside the JNU gate for masked gundas carrying iron rods to accomplish what they have come for.— Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) January 5, 2020
इस बीच, एएमयू टीचर्स एसोसिएशन ने जेएनयू में हुई हिंसा की कड़ी निंदा की। एसोसिएशन के सचिव नजमुल इस्लाम ने एक बयान जारी कर देश के प्रधान न्यायाधीश से जेएनयू में रविवार को छात्रों पर हुए हमले के बाद बनी अप्रत्याशित स्थिति का स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध किया।
Protests break out at Aligarh Muslim University (AMU) against violence at JNU campus
— Press Trust of India (@PTI_News) January 5, 2020
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि एएमयू परिसर के चारों तरफ संवेदनशील स्थानों पर एहतियातन पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।
Students of #AMU, #jadavpuruniversity and several Mumbai colleges came out in support of their 3JNU counterparts, hours after a group of masked men and women rampaged through campus. #JNUattack https://t.co/cuanxk6lWL
— Outlook India (@Outlookindia) January 6, 2020
इधर, एएमयू स्टूडेंट्स यूनियन के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों के प्रति एकजुटता दर्शाने के लिए सोमवार को एएमयू परिसर में शांतिपूर्वक तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी।
मालूम हो कि इससे पहले गत 15 दिसंबर को जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के विरोध में एएमयू परिसर में हिंसा भड़क उठी थी।
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