अमेरिका में जो बाइडेन सरकार ने सत्ता संभालते ही पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों को पलटना शुरू कर दिया है। बाइडेन प्रशासन ने सत्ता संभालने के 7वें दिन H1B वर्कर्स वीजा में बड़ी राहत दी है।
पंजाब केसरी पर छपी खबर के अनुसार, बाइडेन सरकार की नई पॉलिसी के तहत अब H1B वीजाधारकों के जीवनसाथी को अमेरिका में काम करने की अनुमति मिल गई है।
इससे पहले ट्रंप सरकार ने वीजाधारकों के जीवनसाथी के काम पर यह कहते हुए रोक लगाई थी कि यह देशहित में नहीं है। दरअसल ट्रंप के इस फैसला का मकसद ज्यादातर विदेशी श्रमिकों को अमेरिका से बाहर रखना था।
तब ट्रंप प्रशासन की कुछ आव्रजन नीतियों से भारतीय पेशेवर बुरी तरह प्रभावित हुए थे। H1B वीजाधारकों के जीवनसाथियों को H1B के तहत अमेरिका में काम करने की अनुमति ओबामा प्रशासन द्वारा प्रदान की गई थी लेकिन ट्रंप प्रशासन ने कथित तौर पर एक एजेंडे के तहत इसे समाप्त करने की कोशिश की थी।
बता दें कि H1B वीजा धारकों के जीवनसाथियों को जारी किया जाता है। वीजाधारकों में अधिकतर उच्च कौशल वाली भारतीय महिलाएं शामिल हैं। अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवाएं (USCIS) विभाग द्वारा एच-4 वीजा, एच-1बी वीजा धारकों के परिवार के सदस्यों (जीवन साथी और 21 साल से कम उम्र के बच्चों) के लिए जारी किया जाता है। H1B वीजाधारकों में अधिकतर भारतीय IT पेशेवर है।
आमतौर पर यह वीजा उन लोगों को जारी किया जाता है, जो रोजगार के आधार पर स्थायी निवासी का दर्जा हासिल करना चाहते हैं।
बाइडेन प्रशासन के इस फैसले से H1B वीजाधारक कर्मचारियों को एच-4 वीजाधारक जीवनसाथियों को काम जारी रखने की अनुमति मिल गई है।
बता दें कि अमेरिका में 60 सांसदों के एक समूह ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन से वीजा के संबंध में पूर्ववर्ती ट्रंप प्रशासन की एक नीति को बदलने के अलावा H-4 वीजा प्राप्त लोगों के दस्तावेज की वैधता की समय सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया था।