नई दिल्ली- लखनऊ पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने पत्रकार अली सोहराब को ट्विटर पर भड़काऊ पोस्ट करने के आरोप में दिल्ली के उनके घर गिरफ्तार कर लिया है।
None of the charges against him entail punishment of more than 3 years. Bail should not be difficult.
— Anas Tanwir 🔻 (@Vakeel_Sb) November 16, 2019
पुलिस के मुताबिक अली सोहराब को समाज में घृणा फैलाने और सुप्रीम कोर्ट की अवमानना करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. बता दें की अली सोहराब ट्विटर पर काकवाणी के नाम से जाना जाता है। साइबर क्राइम सेल के एक दरोगा ने इस मामले में अली के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कराया था।
अयोध्या फैसले के खिलाफ ट्वीट
बिहार के सिवान के मूल निवासी, अली को अयोध्या के फैसले के खिलाफ ट्वीट करने के लिए दिल्ली में नंद नगरी में उनके रिश्तेदारों के घर से गिरफ्तार किया गया था।हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की ह्त्या पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के बाद से ही सोहराब यूपी पुलिस के रडार पर था।
ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #ReleaseAlisohrab
पत्रकार अली सोहराब की गिरफ्तार के बाद ट्विटर पर लोग ने #ReleaseAlisohrab की रिहाई की मांग को लेकर हैशटैग #ReleaseAlisohrab चलाया। ट्विटर पर लोगों गुस्सा फूट पड़ा है।
दबी कुचली कौम की बेबाक आवाज़ है @AliSohrab007 ।
हुकूमत चाहती है मुसलमान इस देश में गूंगे बनकर रहें। Freedom of speech सभी के लिए हैं सिवाय मुसलमानों के जो इनकी आंखों में आंखे डालकर बात करें।
अली सोहराब कौम की आवाज़ है जिसको हिंदुत्व गैंग दबाना चाहती है।#releasalisohrab— معین الدین ابن نصر اللہ (@PeaceMoin) November 16, 2019
I have great disagreement with @AliSohrab007 , I called him out in the past.
But I still support him bcz his arrest shows duplicity of the system.
Police never take action against verified RW trolls who call for ethnic cleansing of minorities,WHY??#ReleaseAlisohrab
— Md Asif Khan (@imMAK02) November 16, 2019
#NationalPressDay के दिन @AliSohrab007 की गिरफ़्तारी शर्मनाक है। उत्तर प्रदेश सरकार ने फिर देश को अंतरराष्ट्रीय पटल पर शर्मसार किया।#ReleaseAliSohrab
— Prashant Kanojia (@KanojiaPJ) November 16, 2019