कहा जा रहा है कि कपिल देव ने सीएसी से इस वजह से भी इस्तीफा दिया होगा, क्योंकि उनको हरियाणा राज्य सरकार ने हरियाणा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का चांसलर नियुक्त किया है
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और लीजेंड खिलाड़ी कपिल देव ने मंगलवार को क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (CAC) के चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया है।
Former India captain @therealkapildev became the second member of the Cricket Advisory Committee after Shantha Rangaswamy to resign from his post, having been inflicted with Conflict of Interest charges. https://t.co/lAMoF31Iz1
— TIMES NOW (@TimesNow) October 2, 2019
कपिल देव ने सीएसी को छोड़ने के पीछे कोई विशेष कारण नही बताया है। कपिल देव ने ईमेल के जरिए कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स (CoA) को इसकी जानकारी दे दी है।
बता दें, कपिल देव समेत सीएसी के अन्य दो सदस्य महिला टीम की पूर्व कप्तान शांता रंगास्वामी और पूर्व बल्लेबाज और कोच अंशुमन गायकवाड़ से बीसीसीआइ के एथिक्स ऑफिसर ने हितों के टकराव के मामले में नोटिस दिया था।
Legendary Indian all-rounder Kapil Dev yesterday resigned as chairman of the Cricket Advisory Committee (CAC) without disclosing the reason.
Via. @Haritjoshi https://t.co/NHffzcucJD
— Mid Day (@mid_day) October 2, 2019
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के स्थाई सदस्य संजीव गुप्ता ने इन तीनों के खिलाफ बीसीसीआइ के लोकपाल से शिकायत की थी।
Kapil Dev resigns as CAC chief after conflict charges https://t.co/j7PTVZiSqA
— TOI Top Stories (@TOITopStories) October 2, 2019
गौरतलब है कि बीसीसीआइ के एथिक्स ऑफिसर डीके जैन द्वारा हितों के टकराव का नोटिस दिए जाने के बाद पूर्व महिला कप्तान शांता रंगास्वामी ने रविवार को ही क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) और इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन(ICA) के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, कपिल देव ICA के सदस्य बने रहेंगे। कपिल ने इस पद से इस्तीफा नहीं दिया है।
कहा जा रहा है कि कपिल देव ने सीएसी से इस वजह से भी इस्तीफा दिया होगा, क्योंकि उनको हरियाणा राज्य सरकार ने हरियाणा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का चांसलर नियुक्त किया है।
वहीं, सीओए के प्रमुख विनोद राय ने सीएसी के सदस्यों के हितों के टकाराव का बचाव करते हुए कहा था कि ये कमेटी सिर्फ एक निश्चित काम(ad-hoc basis) के लिए बनाई गई थी।
बता दें कि क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी का सिर्फ एक ही मकसद है कि इस तीन सदस्यों वाली समिति को भारतीय टीम का मुख्य कोच चुनना होता है। सीएसी ने अगस्त में रवि शास्त्री को विराट कोहली की कप्तानी वाली सीनियर टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया था। इसके बाद सीएसी का कोई मतलब नहीं बनता। इसलिए इसमें बने रहने का कोई उद्देश्य नहीं है।