पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान कोरोना संकट के दौरान सोशल मीडिया पर बेबाकी से अपने जज्बातों को शेयर कर रहे हैं। इस बार उन्होंने देश में एकता और प्यार को लेकर अपने विचार शेयर किए हैं। उनका कहना है, ‘मैं मेरे मकान से मोहब्बत करता हूं, लेकिन उसमें रहने वाले सभी लोगों से नहीं…ये कैसे हो सकता है? और अगर होता है तो नुकसान किसका होता है?’ #एकता #प्यार
Mein mere makaan se mohabbat karta hoo lekin usme mein rehne wale sabhi logo se nahi…ye kese ho sakta hai? Or agar hota hai to nuksaan kiska hota hai? #unity #love
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) June 12, 2020
बता दें कि इससे पहले पठान ने कहा था कि उनके विचार भारतीय भावना से ओत-प्रोत और भारत के लिए हैं, वह रुकने वाले नहीं हैं। पठान का कहना है कि हम सोशल मीडिया पर इतिहास और भविष्य की चर्चा करते हैं, लेकिन वर्तमान को भूलने का आदी हो गए हैं। इरफान पठान ने नस्लवाद को लेकर दुनिया भर में चल रही बहस पर मंगलवार को कहा था कि यह सिर्फ चमड़ी के रंग तक सीमित नहीं है और धर्म के कारण भी लोगों को नस्ली उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है।
https://twitter.com/SidrahDP/status/1271416186425630722?s=20
मिनियापोलीस में अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड को मार दिए जाने के बाद देश भर में पड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए और इसने दुनिया भर में नस्लवाद को लेकर बहस को हवा दी। पठान ने ट्विटर पर लिखा था, ‘‘नस्लवाद सिर्फ चमड़ी के रंग तक सीमित नहीं है। किसी और धर्म का होने के कारण सोसाइटी में घर खरीदने की स्वीकृति नहीं दिया जाना भी नस्लवाद है।’’
Racism is not restricted to the colour of the skin.Not allowing to buy a home in a society just because u have a different faith is a part of racism too… #convenient #racism
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) June 9, 2020
पठान से जब यह पूछा गया कि क्या यह उनका निजी अनुभव है या उन्होंने ऐसा महसूस किया है तो उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा मुझे लगता है और मुझे लगता है कि इससे कोई इनकार नहीं कर सकता।’’ इस साल की शुरुआत में खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने वाले पठान ने भारत की ओर से 29 टेस्ट, 120 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और 24 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।
फ्लॉयड की मौत के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों ने भी आगे आकर खेल में नस्लवाद के मामले में अपना पक्ष रखा है। इन क्रिकेटरों में वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और डेरेन सैमी भी शामिल हैं। सैमी ने आरोप लगाया है कि 2014 आईपीएल के दौरान सनराइजर्स हैदराबाद की उनकी टीम के कुछ साथियों ने उन पर नस्लीय टिप्पणी की थी।