इस बार मानव अधिकार दिवस चल रहे किसान आंदोलन को समर्पित किया गया- दल खालसा

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अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर वीरवार काे दल खालसा की ओर से शहर के एक होटल में प्रेस काॅन्फ्रेंस की गई, जिसमें दल के प्रधान हरपाल सिंह चीमा, हरचरनजीत सिंह धामी और कंवरपाल सिंह विशेष रूप से मौजूद रहे।

भास्कर डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि दल खालसा की तरफ से इस बार मानव अधिकार दिवस पंजाब के किसानों के चल रहे आंदोलन को समर्पित किया गया है।

उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है तब से लेकर अब तक इस सरकार की तरफ से लिए गए लोग विरोधी फैसलों के खिलाफ उठी लोगों की आवाज को इस सरकार ने ताकत के साथ चुप करवाया है।लेकिन, अब पंजाब का किसान काले खेती कानूनों के विरोध में इस सरकार के सामने डटकर खड़ा हो गया है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को खालिस्तान के साथ इसलिए जोड़ रही है ताकि लोगों में डर का माहौल बनाकर इस आंदोलन को भी ताकत के साथ कुचल सके।

किसान जत्थेबंदियों ने बड़ी सूझबूझ के साथ अब तक आंदोलन को आगे बढ़ाया है।सभी का एक ही उद्देश्य है कि केंद्र सरकार से खेती कानून रद्द करवाए जाएं ताकि पंजाब की किसानी को बचाया जा सके।

हरचरनजीत सिंह धामी और कंवरपाल सिंह ने केंद्र सरकार के सामने मांग उठाई कि कशमीर, दिल्ली, पंजाब समेत देश के अन्य राज्यों की जेलों में सजा पूरी किए जाने के बाद भी बंद लोगों को तुरंत रिहा किया जाए।