राफेल की शस्त्र पूजन पर बढ़ा राजनीतिक विवाद!

   

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजयादशमी के दिन राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरने से ठीक पहले नए विमान का शस्त्र पूजन किया और उस पर ‘ओम’ तिलक लगाया तथा पुष्प एवं एक नारियल चढ़ाया। जिसके बाद कांग्रेस ने इसपर सवाल खड़ा करते हुए राफेल की शस्त्र पूजा को ड्रामा करार दिया

राफेल विमान सौदे को लेकर देश में लंबे समय तक चली राजनीति के बाद आखिरकार भारत को उसका पहला फ्रांसीसी लड़ाकू विमान राफेल मिल गया है।

नवोदय टाइम्स पर छपी खबर के अनुसार, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजयादशमी के दिन राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरने से ठीक पहले नए विमान का शस्त्र पूजन किया और उस पर ‘ओम’ तिलक लगाया तथा पुष्प एवं एक नारियल चढ़ाया। जिसके बाद कांग्रेस ने इसपर सवाल खड़ा करते हुए राफेल की शस्त्र पूजा को ड्रामा करार दिया।

सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा राफेल विमान रिसीव करने पर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा कि आखिर रक्षा मंत्री ने राफेल को क्यों रिसीव किया, वायुसेना के अधिकारी भी यह काम कर सकते थे। दीक्षित ने कहा कि यह बाकी की तरह सिर्फ एक नया लड़ाकू विमान ही है जिसे हम खरीद रहे हैं।

इतना ही नहीं राफेल विमान पर नींबू और ‘ऊं’ लिखे जाने समेत धार्मिक रीति-रिवाजों की तरफ इशारा करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि विजयदशमी से राफेल को जोड़ने का कोई तुक नहीं बनता है।

दीक्षित ने मोदी सरकार से सवाल करते हुए कहा कि दशहरा एक ऐसा त्योहार है, जिसे हम सभी मनाते हैं, लेकिन आप इसे एक एयरक्राफ्ट के लाने से क्यों जोड़ रहे हैं, इन दोनों का आपस में कोई मेल नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ सबसे बड़ी दिक्कत यही है कि यह कोई ठोस काम करने के साथ हर चीज में ड्रामा ज्यादा करते हैं।

राजनाथ सिंह ने पहला राफेल लड़ाकू विमान सौंपे जाने के समारोह में मंगलवार को कहा कि ये लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना को और मजबूती प्रदान करेंगे।

उन्होंने राफेल में करीब 25 मिनट उड़ान भी भरी। भारतीय वायुसेना (IAF) के लिए फ्रांस से खरीदे गए 36 राफेल लड़ाकू विमानों की श्रृंखला में प्रथम विमान सौंपे जाने के लिये मेरिनियाक में आयोजित एक समारोह में सिंह अपनी फ्रांसीसी समकक्ष फ्लोंरेंस पार्ले के साथ शरीक हुए, जहां सिंह को औपचारिक रूप से प्रथम राफेल विमान सौंपा गया।

सिंह ने राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरने से ठीक पहले नये विमान का शस्त्र पूजन किया और उस पर ‘ओम’ तिलक लगाया तथा पुष्प एवं एक नारियल चढ़ाया।

इस अवसर पर उनके साथ भारतीय सशस्त्र बलों के वरिष्ठ प्रतिनिधि भी थे। रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, ‘हम किसी अन्य देश को धमकाने के लिये हथियार या अन्य रक्षा साजो सामान नहीं खरीदते हैं बल्कि हम अपनी क्षमताओं को बढ़ाने एवं रक्षा पंक्ति को मजबूत करने के लिए इन्हें खरीदते हैं।

राफेल विमान खरीद का श्रेय अवश्य ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। उनके निर्णय लेने की क्षमता से हमारे राष्ट्र की सुरक्षा को काफी फायदा पहुंचा है।’