जानिए, इस मुस्लिम देश को इजरायल ने क्यों शुक्रिया कहा?

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ज़ायोनी शासन के प्रधानमंत्री ने मनामा काॅन्फ़्रेंस की मेज़बानी करने के लिए बहरैन का शुक्रिया अदा किया है। बेनयामिन नेतनयाहू ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा है कि मैं मनामा काॅन्फ़्रेंस का आयोजन और उसकी मेज़बानी के लिए बहरैन सरकार को धन्यवाद देता हूं।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, यह फ़िलिस्तीन विरोधी काॅन्फ़्रेंस पिछले सप्ताह बहरैन की राजधानी मनामा में आयोजित हुई थी। “मनामा वर्कशाॅप” के नाम से आयोजित होने वाली यह काॅन्फ़्रेंस अमरीका की डील आफ़ द सेंचुरी के क्रियान्वयन का पहला चरण था। 25 और 25 जून को आयोजित होने वाली इस काॅन्फ़्रेंस का क्षेत्र और विश्व स्तर पर व्यापक विरोध हुआ था।

रूस, चीन व इराक़ समेत बहुत से इस्लामी व ग़ैर इस्लामी देशों ने इसका बहिष्कार किया था। इस काॅन्फ़्रेंस का लक्ष्य फ़िलिस्तीन के लिए विदेशी पूंजी निवेश जुटाना बताया गया था।

डील आफ़ द सेंचुरी, अमरीकी सरकार की एक नई योजना जिसके माध्यम से फ़िलिस्तीनी जनता के अधिकारों को रौंद दिया जाएगा और इस्राईल को अत्यधिक लाभ पहुंचाया जाएगा। सऊदी अरब, बहरैन और संयुक्त अरब इमारात जैसे कुछ अरब देश इस योजना को व्यवहारिक बनाने में अमरीका का साथ दे रहे हैं।