भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय को शुक्रवार को दक्षिण कोलकाता में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन में रैली निकालने के दौरान हिरासत में ले लिया गया।
Bharatiya Janata Party leaders #KailashVijayvargiya and #MukulRoy were detained on Friday when they tried to take out a pro-Citizenship (Amendment) Act rally in south #Kolkata.
Photo: IANS (File) pic.twitter.com/iqHClLLqYm
— IANS (@ians_india) February 7, 2020
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, प्रस्तावित रैली का मार्ग टॉलीगंज फारी से हजरा मोड़ था। पुलिस के मुताबिक विजयवर्गीय पुलिस की अनुमति के बिना कथित रूप से मार्च आयोजित करना चाहते थे जिसके बाद उन्हें पुलिस वैन में हिरासत में लिया गया और स्थान से दूर ले जाया गया।
कोलकाता में आज #CAA के समर्थन में मेरी रैली थी। पुलिस ने मुझे और श्री @MukulR_Official जी को गिरफ्तार कर लिया है और लाल बाज़ार पुलिस हेडक्वार्टर ले जा रहे हैं।
संसद में पारित किसी कानून के समर्थन में रैली करना कौनसा अपराध है, जो हमें गिरफ्तार किया गया?#CAAJanJagran pic.twitter.com/71BzSpzJfJ
— Kailash Vijayvargiya (Modi Ka Parivar) (@KailashOnline) February 7, 2020
विजयवर्गीय ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जानकारी देते हुए बताया कि कोलकाता में आज सीएए के समर्थन में मेरी रैली थी। पुलिस ने मुझे और मुकुल रॉय को गिरफ्तार कर लिया है। हमें लाल बाजार पुलिस हेडक्वार्टर ले जा रहे हैं।
संसद में पारित किसी कानून के समर्थन में रैली करना कौनसा अपराध है, जो हमें गिरफ्तार किया गया? मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में निरंकुश शासन की शुरुआत की है।
मैं पुलिस गिरफ्तारी का विरोध नहीं करूंगा क्योंकि हम लोकतांत्रिक विरोध में विश्वास करते हैं।
हम सीएए के समर्थन में रैली निकाल रहे हैं। देशभर में इसे अपार समर्थन मिल रहा है, लेकिन ममता बनर्जी की पुलिस हमें शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक रैली निकालने से रोक रही है।