कोविड-19: देश की राजधानी दिल्ली में 23 नये केस पाये गये

,

   

रविवार को राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्तियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना वायरस के 23 नए मामले सामने आए हैं।

 

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, तेजी से सामने आए इन नए मामलों के साथ ही दिल्ली में अभी तक कोरोना वायरस के कुल 72 रोगी सामने आ चुके हैं, जिनमें से 2 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। गौरतलब है कि शुक्रवार तक दिल्ली में कोरोना वायरस से केवल 39 व्यक्ति पीड़ित थे।

 

दिल्ली सरकार द्वारा दी गई आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, अभी तक 5 व्यक्ति जो कोरोनावायरस से संक्रमित थे, पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। दो की मौत हो चुकी है और कुल 64 रोगी दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। एक विदेशी व्यक्ति जो कोरोनावायरस से संक्रमित था, ठीक होने के बाद वापस अपने देश लौट चुका है।

 

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अभी तक कोरोनावायरस की चपेट में आने के बाद दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती कराए गए 72 व्यक्तियों में से 10 व्यक्ति दिल्ली से बाहर के हैं।

 

कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ने के बाद दिल्ली में 1 दिन में कोरोना वायरस के इतने रोगी सामने आने का यह पहला मामला है। इससे पहले दिल्ली में कोरोनावायरस से संक्रमण के कारण प्रतिदिन 3 से 4 नए रोगी सामने आ रहे थे।

 

दिल्ली सरकार का दावा है कि यदि कोरोनावायरस के रोगियों की संख्या बढ़कर प्रतिदिन 100 तक भी पहुंच जाए तो भी सरकार ने इतने बड़े पैमाने पर रोगियों के उपचार की पूरी तैयारी कर ली है। इससे भी एक कदम आगे बढ़कर अब दिल्ली सरकार 1000 रोगी प्रतिदिन के हिसाब से अपनी तैयारियों में जुटी है।

 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “यदि दिल्ली कोरोनावायरस के रोगियों की संख्या बढ़कर प्रतिदिन 100 तक भी पहुंच जाती है तो इसके लिए हमारी पूरी तैयारी है। अब हम 1000 रोगी प्रतिदिन की व्यवस्था पर काम कर रहे हैं।”

 

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि रोगियों की संख्या बढ़कर प्रतिदिन 100 होने की स्थिति में आवश्यक उपकरणों, जैसे कि वेंटिलेटर, आईसीयू बेड, टेस्टिंग क्षमता, आइसोलेशन बेड, डॉक्टर व नर्स की पूरी व्यवस्था की जा चुकी है।

 

दिल्ली सरकार ने आईएलबीएस के अध्यक्ष डॉक्टर सरीन के नेतृत्व में पांच डॉक्टरों की एक टीम गठित की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस टीम ने बहुत शानदार काम किया है। इस टीम अपील में रिपोर्ट में स्थिति को तीन स्तर पर बांटा है।

 

पहला स्तर यदि हर रोज 100 या 100 से कम केस आते हैं तो क्या तैयारी करनी चाहिए। दूसरे स्तर में यदि कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या प्रतिदिन 500 तक बढ़ जाती है तो सरकार को क्या करना चाहिए।

 

तीसरे स्तर में कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या 1000 प्रतिदिन हो जाए तो ऐसे में दिल्ली सरकार को क्या कदम उठाने चाहिए।