कोविड-19: अमेरिका में सबसे ज्यादा मौत से हडकंप!

   

कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में मरने वालों का आंकड़ा 20 हजार को पार कर गया है, वहीं इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या लगभग 5.3 लाख तक जा पहुंची है जो कि सर्वाधिक है।

 

कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई। अमेरिका ने इस वायरस के कारण मृतकों की संख्या में इटली को भी पीछे छोड़ दिया है।

 

जॉन होप्किंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक इटली में 19,468 लोगों की मौत हो चुकी हैं तो अमेरिका में मरने वालों की संख्या 20,071 तक जा पहुंची हैै।

 

दुनियाभर में कोरोना वायरस से अब तक 108,867 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में पुष्ट मामलों की संख्या भी दुनिया में सबसे अधिक है। यह देश 5,29, 951 मामलों के साथ पहले नंबर पर है। संक्रमितों की संख्या के मामले में अमेरिका के बाद स्पेन और इटली का नंबर आता है।

 

एक ओर दुनिया भर में ईस्टर की छुट्टियां मनाई जा रही है तो वहीं मृतकों के परिजन गम में डूबे हुए हैं। तालाबंदी की वजह से वे ना तो चर्च जा पा रहे हैं और ना ही घरों से बाहर।

 

अगर बात यूरोप कि की जाए तो कोरोना के कारण सबसे अधिक मौतें इटली में हुईं है। यहां 19,468 लोग इस महामारी के कारण दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह चुके हैं।

 

अमेरिका में भी ईस्टर के मौके पर चर्चों के खाली रहने की संभावना है, क्योंकि लोगों से घरों में ही रहने को कहा गया है।

 

हालांकि कुछ पादरियों ने दिशा-निर्देश का पालन ना करते हुए अपने चर्चों में प्रार्थना करने का ऐलान किया है, जबकि ज्यादातर पादरी ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग के जरिए प्रार्थना की सुविधा दे रहे हैं।

 

कुछ पादरी “ड्राइव इन” आशीर्वाद भी दे रहे हैं। “ड्राइव इन” आशीर्वाद में श्रद्धालु चर्च या पादरी के पास जाता है और वह अपनी कार में बैठे बैठे ही आशीर्वाद ले लेता है, ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा जाता है।

 

अमेरिका राष्ट्र्पति डॉनल्ड ट्रंप ने भी ट्वीट कर कहा है कि वे भी रविवार को ईस्टर ऑनलाइन प्रार्थना में शामिल होंगे।

 

दूसरी ओर राष्ट्रपति ट्रंप ने आरोप लगाया कि अगर चीन विकासशील देश होकर फायदा उठाता है तो अमेरिका को भी विकासशील देश ही बना देना चाहिए।

 

ट्रंप ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही अमेरिका दोबारा खड़ा हो जाएगा। एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कोरोना वायरस के पीड़ितों को सम्मानित करने के लिए अमेरिका ने अर्थव्यवस्था को फिर से बनाने का संकल्प लियाा।

 

साभार- डी डब्ल्यू हिन्दी