कोविड-19 का क्या है डॉक्टरों पर असर!

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इस समय कोरोना वायरस का कहर सभी जगह देखने के मिल रहा है। इसी बीच अस्पताल में भी डॉक्टर्स को कोरोना पॉजिटिव देखा जा रहा है।

 

न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, वहीँ कई जगह ऐसी भी हैं जहाँ डॉक्टर्स और नर्सों को उनकी सैलरी नहीं मिली है।

 

अब हाल ही में मिली जानकारी के मुताबिक गांधी अस्पताल के आउट सोर्सिंग नर्सिंग स्टाफ का प्रदर्शन आज यानी चौथे दिन भी जारी रहा।

 

जी दरअसल यहाँ के स्टाफ ने यह मांग की है कि उन्हें समय पर वेतन का भुगतान करने के साथ नियमित किया जाये।

 

जी हाँ, दरअसल मिली जानकारी के तहत गांधी अस्पताल के प्रबंधन ने उन्हें हर महीने 25, 000 रुपये वेतन देने ने साफ़ मना कर दिया है।

 

इसी के साथ ही उन्होंने डेली इंसेंटिव 300 रुपये देने से भी साफ़ इंकार किया है।

 

इस बारे में एक वेबसाइट से बातचीत में आउटसोर्सिंग स्टाफ के एक नर्स ने कहा कि ‘वे बीते 15 साल से वह काम कर रही है। इसी के साथ उसने यह भी बताया कि, ‘नर्स की नियुक्ती होने पर राज्य सरकार हर महीने 25,000 रुपये वेतन देती है।

 

इसके अलावा उसने यह भी बताया कि हमने मांग कि हैे कि आउटसोर्सिंग के स्टाफ के सभी नर्सों को नियमित करने के साथ हर महीने 35, 000 रुपये वेतन दिया जाये।

 

इस बारे में वहीँ की एक अन्य नर्स ने कहा कि ‘यह कैसा न्यायोचित होगा, जब वह नवनियुक्त नर्स की तरह काम करे और उससे भी कम वेतन पाये।

 

हालांकि नवनियुक्त नर्स को हर महीने ने 25,000 रुपये वेतन दिया जाता है और कई साल का काम करने का अनुभव होने के वाबजूद उसे भी हर महीने अनियमित रूप से 25, 000 रुपये दिये जाते है।

 

जी दरअसल यह भी सामने आया है कि नर्स ने सभी नर्सों को हर महीने 35,000 रुपये देने के बारे में कहा है।