कोविड-19: स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- ‘भारत में मृत्यु दर सबसे कम’

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भारत सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर श्रेणीकृत, नियोजित और अग्रसक्रिय दृष्टिकोण से कोविड-19 के रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिये उपाय किये हैं।

 

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, इन उपायों की नियमित रूप से उच्चतम स्तर पर समीक्षा और निगरानी की जा रही है।

 

सरकार कोविड-19 के रोकथाम और इसके बचाव के उपायों पर ध्यान केंद्रित कर रही है ताकि संक्रमण के फैलाव को सीमित किया जा सके। कोविड-19 के इस संकट से निपटने के लिए सभी को स्वास्थ्य सम्बन्धी जागरूकता और व्यवहार में इनका समुचित आचरण सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।

 

विशेष कर संक्रमण से बचने के लिए मास्क या फेस कवर का नियमित उपयोग, बार-बार हाथ धोना, आवश्यक शारीरिक स्वच्छता रखना,श्वसन सम्बंधित स्वच्छता पर ध्यान देना और अक्सर छुई जानी वाली सतहों की प्रभावी ढंग से स्वच्छता रखना आदि पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। साथ ही बुजुर्गों और कमजोर लोगों के संक्रमण से बचाव के लिए लगातार काम करना भी जरुरी है।

 

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्ष वर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस कोविड-19 के खिलाफ वर्तमान परिस्थितियों में समुचित शारीरिक दूरी रखने से प्रभावशाली बना सोशल वैक्सीन संक्रमण पर लगाम लगाने में सबसे बेहतर उपाय है।

 

भारत ने प्रतिदिन जांच क्षमता में तेजी से वृद्धि करते हुये इसे एक लाख 50 हजार कर दी है। भारत अब प्रति दिन एक लाख से कहीं अधिक नमूनों की जाच कर रहा है।

 

हमने अपनी प्रयोगशालाओं, आरटी-पीसीआर मशीनों और कोविड-19 की जंग में जुटे स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या और क्षमता में भी वृद्धि की है।

 

भारत में कोविड -19 संक्रमण की जाँच के लिए अब कुल 612 प्रयोगशालाएं हैं जिसमें आईसीएमआर द्वारा संचालित 430 और निजी क्षेत्र में 182 प्रयोगशालाएं हैं।

 

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रवासी श्रमिकों की तत्काल जांच और उन्हें घरों में अलग थलग रखने आदि सलाह देने के साथ ही आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।

 

अधिकांश राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के साथ मिल कर काम कर रहे हैं तथा इनके साथ कोविड -19 के परीक्षण के लिए टरू नेट मशीनों को भी स्थापित किया गया हैं।

 

देश में आरटी-पीसीआर-किट, वीटीएम, स्वैब और आरएनए किट आदि के निर्माण के लिए स्वदेशी निर्माताओं की पहचान की गई है और कुछ महीनों में इनके उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है।

 

भारत में कोविड -19 की रिकवरी दर में सुधार जारी है और वर्तमान में यह 41.61 प्रतिशत है। देश में कोविड -19 के अब तक कुल 60,490 रोगी स्वस्थ्य हो चुके हैं।

 

देश में मृत्यु दर भी जो 15 अप्रैल को 3.30 प्रतिशत थी अब सुधर कर 2.87 प्रतिशत हो गई है जो वर्तमान में दुनिया में सबसे कम है। जबकि वर्तमान में वैश्विक औसत लगभग 6.45 प्रतिशत है।

 

प्रति लाख जनसंख्या पर मृत्यु दर का विश्लेषण बताता है कि भारत में प्रति लाख आबादी पर 0.3 मौतें होती हैं जो दुनिया में प्रति लाख जनसंख्या में 4.4 मौतों के आंकड़ों के मुकाबले सबसे कम है।

 

भारत में प्रति लाख आबादी और मामले की मृत्यु दर के मामलों में भी अपेक्षाकृत कम मृत्यु के आंकड़े से पता चलता है कि मामलों की पहचान और मामलों के नैदानिक प्रबंधन समय पर बेहतर रूप से किया जा रहा है।