कोविड-19: केरल में मरीजों की संख्या हो रही है कम!

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कोरोना वायरस से दो हफ्ते पहले तक सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक केरल में कोविड-19 की रफ्तार सुस्त पड़ गई है। रविवार को राज्य में एक हीं दिन में 36 मरीज ठीक होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए जबकि सिर्फ 2 नए मरीज सामने आए।

 

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट इन पर छपी खबर के अनुसार, राज्य में कोरोना वायरस के अब तक 374 मरीज मिले हैं, इनमें से लगभग आधे यानी 179 मरीज पूरी तरह ठीक भी हो चुके हैं जबकि 2 की मौत हुई है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने यह जानकारी दी।

 

केरल में एक दिन में ठीक हुए रोगियों की यह सबसे बड़ी संख्या है। अबतक केवल दो नये मामले सामने आए हैं। कन्नूर और पथनमथिट्टा जिले में एक-एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।

 

ये दोनों हाल ही में विदेश से लौटे थे। राज्य में कुल 179 लोग ठीक हो चुके हैं। केरल में 194 लोग अब भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।

 

 

शैलजा ने एक विज्ञप्ति में कहा, ”आज ठीक हुए 36 रोगियों में से कासरगोड के 28, मलप्पुरम के छह और कोझिकोड़ तथा इडुक्की जिले का एक-एक व्यक्ति शामिल है।

 

फिलहाल विभिन्न अस्पतालों में 194 रोगियों का इलाज चल रहा है। केरल में कम से कम 179 लोग ठीक हो गए हैं।”

 

उन्होंने कहा कि पथनमथिट्टा में संक्रमित पाया गया व्यक्ति हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह से जबकि कन्नूर का निवासी दूसरा व्यक्ति दुबई से लौटा था। राज्य में अबतक 14,989 लोगों के नमूनों को जांच के लिये भेजा गया है।

 

इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का कहना है कि लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाना चाहिए और 14 अप्रैल के बाद केंद्र के आदेशानुसार केरल हर प्रतिबंध का पालन करने के लिए तैयार है।

 

मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई चर्चा का विवरण देते हुए विजयन ने कहा कि उन्होंने विभिन्न देशों में लॉकडाउन के कारण फंसे केरलवासियों को वापस लाने के लिए विशेष उड़ानों के संचालन के लिए केंद्र के हस्तक्षेप की मांग की।

 

विजयन के अनुसार प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हमें आने वाले हफ्तों में और अधिक सावधान रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘केंद्र के आधिकारिक निर्णय की घोषणा होना बाकी है। राज्य उसके अनुसार निर्णय लेगा।

 

हमारी राय में कुछ जिलों को प्रतिबंध की आवश्यकता है लेकिन कुछ को आवश्यकता नहीं है। इसलिए देश में लॉकडाउन पर केंद्र सरकार के फैसले का इंतजार करें और हम उसी के मुताबिक काम करेंगे।”

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि केरल में अधिक जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों में अनियंत्रित सार्वजनिक यात्रा की अनुमति देने से सामुदायिक प्रसार की संभावना उत्पन्न हो सकती है।

 

उन्होंने कहा कि केरल के सात हॉटस्पॉट (संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्र) कासरगोड, कन्नूर, कोझीकोड, मलप्पुरम, त्रिशूर, एर्णाकुलम और तिरुवनंतपुरम में 30 अप्रैल तक प्रतिबंध जारी रखने का भी सुझाव दिया गया।