बिहार: कोविड-19 संक्रमित लोगों की संख्या सात हजार के पार!

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बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या गुरुवार को सात हजार के आंकड़े के पार पहुंच गयी। गुरुवार को राज्य में 100 नये कोरोना पॉजिटिवों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 7040 हो गयी है। 

 

प्रभात खबर पर छपी खबर के अनुसार, इसमें से 4961 लोग ठीक होकर अस्पताल से अपने घर लौट गये हैं। कोरोना पॉजिटिवों में अब तक कुल 44 लोगों की मौत हो गयी है। इधर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना पॉजिटिव की आशंका में राज्य के 139584 लोगों की जांच की जा चुकी है।

 

गोपालगंज में एक साथ 11 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के 10 दिन बाद भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण मरीजों के परिजनों और उनके संपर्क आये लोगों का कोरोना टेस्ट नहीं कराया जा सका है. इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।

 

मालूम हो कि आठ जून को हुस्सेपुर पंचायत क्षेत्र में जो 11 कोरोना मरीज मिले थे। उनमें से एक मरीज सैंपल देने से रिपोर्ट आने तक के बीच के आठ दिनों के समय में लगातार सैलून में दाढ़ी बनाता रहा।

 

वहीं भरपटिया गांव की पॉजिटिव मरीज जीविका की दीदी है तथा वह राशन कार्ड का फाॅर्म इकट्ठा कर जमा करती रही है। इन दोनों के संपर्क में सैकड़ों लोगों के आने की संभावना है, लेकिन 10 दिन बाद भी सैंपल देने के लिए संपर्क में आये एक भी व्यक्ति की पहचान की गयी और न ही सैंपलिंग की कोई व्यवस्था की गयीी।

 

इससे बीमारी के फैलने की संभावना प्रबल हो गयी है. रेफरल अस्पताल से पहले यह जानकारी मिली थी कि 17 जून को कैंप लगाकर संपर्क में आये लोगों का सैंपल लिया जायेगा।

 

लेकिन कैंप नहीं लगा। हुस्सेपुर के प्रशांत कुमार ने बताया कि एक कोरोना संक्रमित युवक काफी दिनों से सैलून में दाढ़ी बना रहा था। उससे सैकड़ों लोगों में संक्रमण फैल गया होगा।

 

लेकिन स्वास्थ्य विभाग जांच नहीं कराकर भारी लापरवाही बरत रहा है। इस संबंध में रेफरल अस्पताल भोरे के स्वास्थ्य प्रबंधक कामरान अहसन ने बताया कि सैंपलिंग के लिए तिथि निर्धारित की गयी थी। लेकिन सैंपल कलेक्शन क्लब टीम नहीं आ पायीी। अभी दूसरी तिथि निर्धारित नहीं की गयी है।