कश्मीर कभी भी पाकिस्तान का हिस्सा नहीं बन सकता है- फारुक अब्दुल्लाह

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नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान व सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने हालात बेहतरी के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की प्रक्रिया शुरू करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा है कि जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा है। इसे कोई भी देश से अलग नहीं कर सकता है।

फारूक ने भाजपा पर विस्थापित कश्मीरी पंडितों को घर वापसी का झांसा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तीन फरवरी को राज्य दौरे पर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बताएं कि आप इन्हें घर कब ले जाओगे। दिल्ली से जम्मू पहुंचे फारूक ने दावा किया कि पंडित जरूर घर जाएंगे लेकिन इसके लिए उचित हालात बनाने की जरूरत है।

वह वीरवार दोपहर को जम्मू में पार्टी मुख्यालय में नए कार्यकर्ताओं का स्वागत करने के बाद शेरे कश्मीर भवन में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। पार्टी नेता मुस्तफा कमाल, अली मोहम्मद सागर, त्रिलोचन ¨सह वजीर भी मौजूद थे।

फारूक ने कहा कि भीख मांगने पर उतर आए पाकिस्तान को भारत से दोस्ती करनी होगी, न वह कश्मीर ले सकते हैं और न हम इसे दे सकते हैं। बेहतर होगा कि मेज पर बैठकर मसले का हल तलाशा जाए। मैंने जामा मस्जिद स्टेज से कहा था कि हम पाकिस्तान नहीं जाएंगे।

दोनों देश जितने करीब होंगे, उतना ही बेहतर होगा। आज पाकिस्तान कभी सउदी अरब तो कभी कतर से भीख मांग रहा है। किसी के इतने बुरे दिन नहीं आने चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कश्मीर दौरे को याद करते हुए फारूक ने कहा कि मैं जीते जी कभी नही उनके बयान भूल नहीं पाउंगा।

उन्होंने तंगडार में कहा था कि दोस्त बदले जा सकते हैं, पड़ोसी नहीं। यह तय है कि दोनो देश दोस्ती करेंगे तो तरक्की होगी, दुश्मनी करेंगे तो नुकसान होगा। आज ऐसे ही हालात हैं। दोनों देश इस दिशा में काम करें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जम्मू कश्मीर देश का ताज है, पांव नही, ताज को बचाने के साथ इसकी इज्जत होनी चाहिए। श्री राम किसी धर्म के नहीं सबके हैं

राम मंदिर के मुद्दे पर भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि भगवान राम किसी धर्म के नहीं सबके हैं। कुछ लोग सियासी फायदे के लिए धर्माें की लड़ाई करने की कोशिश कर रहे हैं।

इस मुद्दे पर जम्मू में भी नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं भी देखूंगा वह कैसे जम्मू को अलग करते हैं। नफरत करने वाले हिन्दोस्तान को जलाने की कोशिशें कर रहे हैं। आरक्षण का लाभ क्या मिलेगा।

केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि आज भाजपा ने 10 प्रतिशत आरक्षण दिया। उनको पूछो कि इससे किसका फायदा होगा, लोगों को क्या मिलेगा।

यह फैसला करते समय कुछ नहीं बताया व खत खुला छोड़ दिया कि जब सरकार बनेगी तब देख लेंगे। कार्यकर्ताओं से चुनाव में अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए खुलकर काम करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि हमें हुकूमत मिली तो अन्य राज्यों की तरह यहां महिलाओं को 33 प्रतिशत देंगे। हमने मेडिकल कॉलेजों में पहले ही लड़कियों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया है। एक लाख नौकरियां दी थीं

नेका कार्यकाल की उपलब्धियों को उजागर करते हुए फारूक ने कहा कि हमने युवाओं को एक लाख नौकरियां दी थी। शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने लिए रहबरे-ए-तालीम योजना शुरू की थी। भूमिहीन किसानों को जमीन देने वाली शेख अब्दुल्ला की लैंड टू टिल्लर योजना का का हवाला देकर कहा इसलिए जम्मू कश्मीर में किसी भी किसान ने आत्महत्या नहीं की।

साभार- ‘जागरण डॉट कॉम’