दूसरी बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार बनने के साथ ही नई सरकार की रूपरेखा को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है।
सूत्रों के मुताबिक, जद (यू) के नेतृत्व वाली नई सरकार का आकार पिछली सरकार जैसा ही रहने की संभावना है। तेजस्वी यादव को फिर से उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, और उन्हें सड़क निर्माण जैसा महत्वपूर्ण विभाग मिल सकता है।
राजद भी गृह मंत्रालय पाने के लिए मशक्कत में बताया जा रहा है, जबकि उम्मीद है कि अध्यक्ष का पद उसमें जा सकता है। इस बीच, संभावना है कि पार्टी के अब्दुल बारी सिद्दीकी को वित्त मिलेगा जबकि सुनील कुमार सिंह सहकारिता मंत्री हो सकते हैं।
पिछली बार की तरह, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को मंत्री बनाया जा सकता था, लेकिन स्वास्थ्य जैसा महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिया जा सकता था, जैसा कि पहले होता था।
राजद के श्याम रजक को भी फिर से मंत्री बनाया जा सकता है, और उन्हें वही खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग मिलेगा।
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जद (यू) के मंत्रियों के प्रभार में बहुत बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है, और उनमें से अधिकांश के अपने मौजूदा विभागों को बनाए रखने की उम्मीद है।
कांग्रेस को चार बर्थ मिलने की संभावना है और कांग्रेस विधायक दल के अध्यक्ष अजीत शर्मा प्रबल दावेदार हैं।
इस बीच, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी-लेनिनवादी-लिबरेशन ने सरकार में शामिल नहीं होने और केवल बाहरी समर्थन देने का फैसला किया है।