हैदराबाद : वन अधिकारियों ने रंगारेड्डी जिले में तेंदुए को पकड़ने का जो ऑपरेशन शुरू किया था, वह खत्म हो गया। शनिवार को सुबह स्थानीय लोग और मछुआरों ने वन अधिकारियों को खबर दी कि तेंदुए को हिमायतसागर के वन क्षेत्र में जाते समय उन्होंने देखा है। इसके चलते अधिकारियों ने तेंदुए को पकड़ने का अपना ऑपरेशन खत्म कर दिया।
वन अधिकारियों ने स्थानीय लोग और मछुआरों से मिली सूचना के आधार पर हिमायतसागर वन क्षेत्र की ओर जाने वाले मार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उस मार्ग पर तेंदुए के पंजे के निशान पाये। इसके बाद अधिकारियों ने माना कि तेंदुआ हिमायतसागर वन क्षेत्र में सुरक्षित रूप से चला गया है।इसके बाद अधिकारियों ने घोषणा की कि अब लोगों को तेंदुए से डरने की आवश्यकता नहीं है।
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आपको बता दें कि तीन तक तेंदुए ने वन अधिकारियों को दिन में तारे दिखाये थे। अधिकारियों ने तेंदुओ को पकड़ने के लिए स्थानीय फार्महाउज में पिंजरा और जाल बिछाया था। मगर तेंदुआ न ही अधिकारियों के पिंजरे फंसा और न ही जाल में अटका। फिर भी स्थानीय लोगों का मानना है कि तेंदुआ कभी भी आ सकता है। इसी सोच के चलते स्थानीय लोग अब भी डर-डर के दिन गुजार रहे हैं। 4
आपको बता दें कि रंगारेड्डी जिले में गुरुवार को तेंदुए ने लॉरी चालक पर हमला किया। हमले में लॉरी चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल लॉरी चालक को नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरुवार को सुबह रंगारेड्डी जिले के मैलारदेवपल्ली थाना क्षेत्र में रेलवे ट्रैक के राष्ट्रीय राजमार्ग 7 के डिवाडर के पास एक तेंदुआ पाया गया। तेंदुआ घायल था और वह चलने की स्थिति में भी नहीं था।
इसी दौरान काकीनाड़ा निवासी लॉरी चालक सुभानी ने घायल तेंदुए की मदद करने की ठान ली। इसी क्रम में वह तेंदुए के पास गया। इसी दौरान तेंदुए ने उस पर हमला किया। इस हमले में लॉरी चालक घायल हो गया।