देश में लॉकडाउन के तीसरे चरण में गृह मंत्रालय की तरफ से कुछ शर्तों के साथ कई दुकानें खोलने का फैसला किया गया है।
हरिभूमी पर छपी खबर के अनुसार, इसमें शराब की दुकानें खुलना भी शामिल हैं। शराब के बिना लगभग 1.5 महीनों से जी रहे लोगों की बेताब आज इस कदर देखने को मिल रही है कि सुबह से ही लोगों ने ठेकों के आगे लंबी-लंबी लाइने लगा ली।
Shocked to see today’s scenes at #LiquorShops in Andhra Pradesh. Common sense says that people will throng in large numbers, but there is no contingency plan from @ysjagan nor is there a care for social distance. This comes amidst the steep rise in #Covid19 cases in AP pic.twitter.com/gaPigym896
— N Chandrababu Naidu (@ncbn) May 4, 2020
वहीं राजधानी दिल्ली में तो शराब की एक दुकान के आगे लोगों ने करीब एक किलोमीटर लंबी लाइन लगा ली। बेंगलुरु में शराब की दुकानों पर जुटी भीड़ कर्नाटक के बेंगलुरु में एक शराब की दुकान पर लोगों की काफी भीड़ दिखे जा रही है।
Men will be men. Long queues outside #LiquorShops since the easy in #LOCKDOWN2020. #Social_Distancing goes for a toss! @CMofKarnataka do you think this was a wise decision?
PC: Aseef @TOIBengaluru pic.twitter.com/kwMKxgS0MS
— Nithya Mandyam (@Nithya_Mandyam) May 4, 2020
राज्य सरकार ने सुबह 9 से लेकर शाम 7 बजे तक ही शराब की बिक्री की अनुमति दी है। लोग सुबह से ही लंबी-लंबी कतारों में शराब लेने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में शराब की दुकान पर जुटी सैकड़ों लोगों की भीड़ देशभर में जारी लॉकडाउन 3.0 के बीच राजनांदगांव में सरकार द्वारा शराब की दुकानें खोले जाने के निर्देश के बाद शराब की दुकान के बाहर लोगों की भीड़ उमड़ी।
पुलिस को उनके बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
शराब से राज्यों को मिलने वाला राजस्व बता दें कि शराब की बिक्री से वित्त वर्ष 2019-20 में महाराष्ट्र ने 24,000 करोड़ रुपये, पश्चिम बंगाल ने 11,874 करोड़ रुपये, तेलंगाना ने 21,500 करोड़, उत्तर प्रदेश ने 26,000 करोड़, कर्नाटक ने 20,948 करोड़, पंजाब ने 5,600 करोड़ रुपये और राजस्थान ने 7,800 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था।
दिल्ली को भी इस दौरान करीब 5,500 करोड़ रुपये का आबकारी शुल्क मिला था।