कोरोना वायरस से उपजे संकट के चलते लागू हुए लॉकडाउन के बीच मजदूरों की ‘घर वापसी’ को लेकर तमाम तरह की खबरें सुनने और देखने को मिल रही हैं।
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट इन पर छपी खबर के अनुसार, एक तरफ तो पैदल चलते मजदूर और प्राइवेट गाड़ियों में ठुंसे हुए मजदूरों की तस्वीरें आ रही हैं, तो दूसरी तरफ रेलवे भी मजदूरों को गंतव्य तक पहुंचाने में जुटा हुआ है।
भारतीय रेल ने एक मई से अब तक 1,150 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला कर लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी कामगारों में से करीब 15 लाख को अपने-अपने घरों तक पहुंचाया है।
भारतीय रेल ने शुक्रवार को बताया था कि उसे विभिन्न राज्यों से 1,000 से ज्यादा ट्रेनें चलाने की अनुमति मिली है और पिछले 15 दिन में उसने सबसे ज्यादा संख्या में लोगों को उत्तर प्रदेश पहुंचाया है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा संख्या में प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश लौटे हैं, वहीं अपने लोगों को वापस बुलाने में बिहार दूसरे नंबर पर है।
आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल ने आठ, राजस्थान ने 23, झारखंड ने 50 और ओडिशा ने 52 ट्रेनों के परिचालन की अनुमति दी है।