मध्य प्रदेश: नहीं गिरेगी कांग्रेस की सरकार!

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मध्यप्रदेश में कमल नाथ सरकार पर गहराए संकट के बीच कांग्रेस विधायकों की मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में 94 विधायकों के पहुंचने का दावा किए जाने के साथ कांग्रेस को भरोसा है कि विधानसभा में कांग्रेस बहुमत साबित करने में सफल होगी।

 

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, मुख्यमंत्री कमल नाथ की मौजूदगी में मंगलवार की रात को हुई बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने बताया है कि बैठक में 94 विधायक पहुंचे और कई विधायक मुख्यमंत्री कमल नाथ के संपर्क में हैं।

 

इन विधायकों को राज्यसभा के नाम पर ले जाया गया था और उनसे दलबल कराया जाएगा, इससे वे अनजान थे। लिहाजा, कांग्रेस के विधायक कांग्रेस व कमल नाथ के साथ हैं। विधानसभा में कांग्रेस बहुमत साबित करेगी।

 

शोभा ओझा के साथ जनसंपर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने दावा किया है कि सरकार को किसी तरह का खतरा नहीं है। कांग्रेस को बहुमत हासिल है।

 

राज्य की कमल नाथ सरकार पर संकट के बादल हालांकि छाए हुए हैं, क्योंकि बाहरी समर्थन से चलने वाली सरकार के 19 विधायकों का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष एन.पी. प्रजापति को भेजा गया है।

 

कांग्रेस में सियासी संकट से कैसे निपटा जाए, इस पर मंथन सुबह से चल रहा है। विधायकों की मंगलवार की सुबह बैठक प्रस्तावित थी, जो शाम को शुरू हुई।

 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव का दावा है कि कांग्रेस की सरकार को कोई खतरा नहीं है, 17 मार्च तक इस मामले में इंतजार करना चाहिए।

 

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सभी विधायक सामूहिक इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं। वहीं, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से बतौर प्रतिनिधि भोपाल पहुंचे राष्ट्रीय सचिव सुधांशु त्रिपाठी पार्टी हाईकमान का प्रस्ताव भी बैठक के दौरान रख सकते हैं।

 

दूसरी ओर, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के 19 समर्थक विधायकों के इस्तीफे की मूलप्रति भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष एन.पी. प्रजापति को सौंपी है।