कोटा से आ मध्य प्रदेश पहुचे छात्र, स्क्रीनिंग के बाद घर भेजा जा रहा

   

लॉकडाउन फेज-2 का आज आठवां दिन है। प्रदेश में अब तक 1587 संक्रमित मिले हैं। इंदौर में 923 और भोपाल में 303 कोरोना पॉजिटिव पाए गए। अब तक राज्य में 80 लोगों की मौत संक्रमण के चलते हुई। राज्य में बुधवार से कोटा से छात्रों का आना शुरू हो गया है। इन्हें स्क्रीनिंग के बाद घर भेजा जा रहा है। बुधवार को 6 बसों में 150 छात्र-छात्राएं आए। कोटा से कुल 3191 बच्चों को लाया जाना है।
इस बीच, रायसेन और श्योपुर में मेडिकल टीमों से अभद्रता के मामले सामने आए हैं। रायसेन में सोमवार को जिस गांव में 10 संक्रमित मिले थे, वहां बुधवार को मेडिकल टीम सर्वे के लिए गए। गांववालों ने सीमा पर ही इस टीम को ढाई घंटे तक रोके रखा। बाद में हमले के डर से टीम वापस लौट गई। श्योपुर में भी मेडिकल टीम पर पथराव की घटना सामने आई है।

मप्र बॉर्डर पर छात्रों की भीड़ जमा न हो, इसलिए कोटा से निर्धारित समय में आ रहीं बसें 

  • कोटा से उज्जैन, नीमच के लिए भी बसें रवाना हो गईं। कोटा से बसों को इस तरह से रवाना किया गया है कि अचानक यहां नाके पर भीड़ जमा न हो। इस प्रक्रिया में छात्र-छात्राओं का यहां गुरुवार सुबह तक पहुंचना जारी रहने की संभावना है।

  • छात्र-छात्राओं को जिले के हिसाब से टोकन दिए गए हैं। उस जिले से इन्हें लेने आए अधिकारी का फोन नंबर और बस का नंबर भी दिया गया है।

  • हर जिले से एक टीम अपने-अपने जिले के छात्र-छात्राओं के लेने के लिए राजस्थान की सीमा से सटे जिलों के बॉर्डर पर पहुंची है। यहां से बच्चों को जिलों के अधिकारियों के सुपुर्द किया जाएगा।
  • इसके लिए हर जिले में एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। कंट्रोल रूम के फोन नंबर दिए गए हैं। सभी छात्र-छात्राओं की मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद उन्हें अपने जिले के लिए रवाना किया जाएगा।
  • बॉर्डर से स्वास्थ्य परीक्षण के बाद छात्र-छात्राएं अपने जिले के मुख्यालय पर पहुंचेंगे। यहां उन्हें अलग-अलग स्थानों पर 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन किया जाएगा।

भोपाल में बना स्टेट कंट्रोल रूम
बसों पर निगरानी रखने और रास्ते में कोई समस्या न हो, इसके लिए भोपाल में स्टेट लेवल का कंट्रोल रूम बनाया गया है। 6 कर्मचारी इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसका हेल्पलाइन नंबर 0755-2597279 और 0755-2527340 है। इसके अलावा टोल-फ्री नंबर 1099 पर भी जानकारी ली जा सकती है। यहां से अन्य जिलों के नंबर भी ले सकते हैं।