शपथ लेने के कुछ घंटे बाद ही गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी कैबिनेट की पहली बैठक की। इस बैठक में सबसे पहला और बड़ा ऐलान छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर किया गया है।
बैठक में फैसला किया गया कि शिवाजी की राजधानी रायगढ़ किले के पुनरुद्धार में तेजी लाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रॉजेक्ट के लिए 20 करोड़ रुपये का बजट भी पास किया गया है। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव से किसानों की बेहतरी के लिए अब तक उठाए गए कदमों की भी जानकारी मांगी। बैठक में सीएम के साथ शपथ लेने वाले 6 मंत्रियों के साथ एनसीपी नेता अजित पवार और आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। इस दौरान पत्रकारों के कॉमन मिनिमम प्रोगाम में सेक्युलर शब्द को लेकर सवाल किए जाने पर उद्धव थोड़ा नाराज दिखे।
पत्रकार के सवाल से नाराज उद्धव ठाकरे ने कहा कि सेक्युलर का मतलब क्या है, संविधान में जो मतलब लिखा है उसे हमने अपने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में लिया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं राज्य के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम एक अच्छी सरकार देंगे। मैं किसानों की मदद करना चाहता हूं जिससे उन्हें खुशी मिले। उद्धव ने कहा कि उनकी सरकार महाराष्ट्र के किसानों को राहत देने के लिए दो दिनों में बड़े फैसले की घोषणा करेगी। अपने पहले फैसले में उद्धव कैबिनेट ने रायगढ़ किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी के संरक्षण के लिए 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यांचा पहिला निर्णय. #रायगड संवर्धन आणि परिसर विकासाच्या नस्तीवर केली पहिली स्वाक्षरी. रायगड संवर्धनाच्या कामासाठी 20 कोटींचा निधी #RaigadFort @OfficeofUT pic.twitter.com/e9KBs2rDHw
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) November 28, 2019
उद्धव कैबिनेट की पहली बैठक में किसानों को लेकर भी चर्चा हुई। उद्धव ठाकरे ने कहा कि असमय बारिश और बाढ़ की वजह से प्रदेश के किसानों की स्थिति खराब है। उन्होंने कहा, ‘ऐसे में उनके लिए छोटी-मोटी घोषणाएं करने से कुछ नहीं होगा। मैंने किसानों की बेहतरी के लिए अब तक हुए कार्यक्रमों की जानकारी मांगी है। साथ ही यह भी जानकारी मांगी है कि उनकी स्थिति को और बेहतर करने के लिए क्या किया जा सकता है। एक-दो दिन में इस पर कोई ऐलान होगा।’