मालेगांव मामला: प्रज्ञा, अन्य आरोपी स्पेशल NIA कोर्ट में होंगे पेश!

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2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर और अन्य आरोपी सोमवार को स्पेशल एनआईए कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है।

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, प्रज्ञा के वकील, अधिवक्ता जेपी मिश्रा ने भी पुष्टि करते हुए कहा है कि वह अदालत में हाजिर होंगे।

गौरतलब है कि इससे पहले 19 दिसंबर को अधिवक्ता जेपी मिश्रा ने कहा था कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) 2008 मालेगांव विस्फोट मामले में मुकदमे में देरी कर रही है।

प्रज्ञा ठाकुर के अलावा, एलटी कर्नल पुरोहित, चतुर्वेदी और कुलकर्णी, अजय रहीरकर, सेवानिवृत्त मेजर रमेश उपाध्याय और सुधाकर द्विवेदी भी मामले में आरोपी हैं।

उल्लेखनीय है इन सात अभियुक्तों में से चार अदालत के समक्ष उपस्थित हुए थे।

जबकि 19 दिसंबर को एनआईए की विशेष अदालत में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित और सुधाकर चतुर्वेदी सहित तीन आरोपी पेश नहीं हुए थे।

हालांकि इस बार गणतंत्र दिवस परेड के दौरान भीड़ अपे‍क्षाकृत कम होगी।

वरिष्‍ठ अधिकारियों का कहना है कि इस बार की गणतंत्र दिवस परेड COVID-19 के प्रकोप के बीच हो रही है इसलिए शारीरिक दूरी का ख्‍याल रखते हुए भीड़ कम रखने पर जोर होगा।

भारत इस साल 26 जनवरी को अपना 72वां गणतंत्र दिवस मनाएगा।

रिपोर्टों के मुताबिक, गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय सेना का जो दस्ता हिस्सा लेगा वह आर्मी डे परेड की भी रिहर्सल कर रहा है। परेड में शामिल होने वाले जवानों के लिए सख्‍त कोविड प्रोटोकॉल लागू है।

वहीं समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना महामारी के कारण परेड में हिस्सा लेने वाली टुकड़ियों के आकार को भी घटाया जा सकता है। यही नहीं परेड की दूरी भी इस बार कम रखी जाएगी।

दर्शक दीर्घा में लोग दूर दूर बैठे नजर आएंगे। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि कोविड-19 संबंधी दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए ही इस बार समारोह की तैयारियां की जा रही हैं।

करीब 25 हजार लोगों को ही समारोह देखने की अनुमति दी जाएगी। यही नहीं 15 साल से कम उम्र के बच्चों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। आम तौर पर गणतंत्र दिवस के दौरान करीब एक लाख लोग परेड देखने आते हैं।