पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि एनआरसी के द्वारा जनता को बांटने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने असम में एनआरसी के ख़िलाफ उत्तरी कोलकाता में बृहस्पतिवार को एक विशाल रैली निकाली।
रैली के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों को बांटने की कोशिश करने वाले आग से खेल रहे हैं। उनका कहना था कि अगर भाजपा ने एनआरसी के नाम पर बंगाल में एक भी व्यक्ति को छुआ, तो हम उन्हें सबक़ सिखा देंगे।
‘You can silence Assam but not Bengal,’ Mamata Banerjee challenges BJP after leading rally against NRChttps://t.co/0QN0jXJ3yG pic.twitter.com/dXvwaGZHWY
— Hindustan Times (@htTweets) September 12, 2019
पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, ममता बनर्जी ने कहा कि एनआरसी की अंतिम सूची से 19 लाख लोगों को बाहर रखा गया। इसमें हिंदू, मुस्लिम और बौद्ध लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आज स्वतंत्रता को 76 साल बीत चुके हैं फिर भी हमें अपनी पहचान का प्रमाण देना पड़ रहा है। ऐसा क्यों?
NRC: ‘Will teach BJP a lesson if it touches anyone in Bengal,’ says Mamata Banerjee at protest rallyhttps://t.co/V5IzJWdnCF pic.twitter.com/71WQLkepnJ
— Scroll.in (@scroll_in) September 12, 2019
ज्ञात रहे कि असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) का प्रकाशन 31 अगस्त को हुआ। कुल 3.29 करोड़ से ज्यादा आवेदकों में 19 लाख से ज्यादा लोग इस सूची से बाहर रखे गए थे।
ज्ञात रहे कि इससे पहले ममता ने 6 सितंबर को प्रदेश की विधानसभा में कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनआरसी को लागू नहीं करने देंगे। मैंने उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि वे इसकी अनुमति नहीं देंगे।