मरा हुआ समझकर फ्रीजर में रखा, एक दिन बाद हुआ ठीक!

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हैरान करने वाली खबर तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से सामने आई है। यहां पर एक बुजुर्ग को मरा समझ कर उनके शव को फ्रीजर में रख दिया गया।

 

लेकिन 20 घंटे तक उस फ्रीजर में रहने के बाद भी बुजुर्ग की जान बच गई। वहीं परिजनों से लेकर डॉक्टर तक इस घटना को चमत्कार मान रहे हैं।

न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, फिलहाल बुजुर्ग एक अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत भी स्थिर बताई जा रही है। ये पूरी घटना चेन्नई के कदमपट्टी की है।

 

जानकारी के मुताबिक, जिस बुजुर्ग को मरा हुआ समझकर फ्रिज में रख दिया गया उनका नाम बालासुब्रमण्या कुमार (73) है, जो अपने छोटे भाई श्रवण के साथ रहते हैं।

 

सोमवार को अचानक बालासुब्रमण्या बेहोश हो गए। उनके छोटे भाई को लगा कि उनकी मौत हो गई है, जिसके बाद उन्होंने बालासुब्रमण्या को एक फ्रीज में डाल दिया ताकि घर वालों के आने तक लाश खराब ना हो पाए। बुजुर्ग फ्रीज में करीब 20 घंटे तक रहे, लेकिन फिर भी जिंदा बच गए। फिलहाल वो अस्पताल में हैं।

 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब सोमवार को बालासुब्रमण्या बेहोश हो गए तो उनके छोटे भाई श्रवण (70) ने फ्रीजर बॉक्स की डिलीवरी करने वाली दुकान में कॉल करके एक फ्रीजर बॉक्स मंगवाया।

 

सोमवार की शाम करीब चार बजे फ्रीजर बॉक्स की डिलीवरी कर दी गई। वहीं शॉप के स्टाफ ने कहा था कि काम खत्म हो जाने के बाद वो बॉक्स को वापस ले जाएंगे। वहीं जब दो दिन बाद शॉप का स्टाफ वो बॉक्स लेने आया तो फ्रीजर के अंदर से हलचल हुई।

 

जब अच्छे से फ्रीजर के अंदर देखा गया तो एक इंसान का हाथ दिखाई दिया, जो कि हिल रहा था। जिसके बाद शॉप के स्टाफ ने फ्रीजर से बालासुब्रमण्या कुमार को बाहर निकाला और इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंचाया।

 

अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने बुजुर्ग को कई घंटों तक ICU में रखा। फिलहाल उनकी हालात में सुधार हो रहा है और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

 

वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने बताया कि सोमवार को बालासुब्रमण्या बेहोश हो गए थे। जिस पर उनके छोटे भाई श्रवण को लगा कि उनकी मौत हो गई है। ऐसे में उन्होंने शव को रखने के लिए एक फ्रीजर बॉक्स मंगवाया था।

 

पुलिस के मुताबिक, बालासुब्रमण्या के छोटे भाई श्रवण की दिमागी हालत ठीक नहीं है। डॉक्टर की सलाह के बाद उनसे पूछताछ की जाएगी।