मनामा कान्फ्रेंस के तहत 50 अरब डाॅलर फ़िलिस्तीनियों को दिए जाएंगे!

,

   

बहरैन में आयोजित होने वाली आर्थिक काॅन्फ़्रेंस कड़े विरोधी और मुसलमानों विशेष कर फ़िलिस्तीनियों द्वारा उसके बहिष्कार के बीच संपन्न हो गई।

मनामा काॅन्फ़्रेंस की समाप्ति पर अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के सलाहकार जेरेड कूश्नर ने इसमें फ़िलिस्तीनी गुटों की अनुपस्थिति पर रोष प्रकट करते हुए फ़िलिस्तीनी नेताओं पर आरोप लगाया कि वे अपनी जनता की मदद नहीं करना चाहते।

उन्होंने कहा कि फ़िलिस्तीनियों के लिए दरवाज़े खुले हुए हैं और जब भी फ़िलिस्तीनी नेता चाहें वे उनके द्वारा तैयार की गई शांति योजना से लाभान्वित हो सकते हैं।

कूश्नर द्वारा तैयार की गई शांति योजना के अनुसार अगले दस बरसों में 50 अरब डाॅलर फ़िलिस्तीनियों को दिए जाएंगे जिसके माध्यम से उनका सकल घरेलू उत्पाद दुगना हो जाएगा और रोज़गार के दस लाख अवसर पैदा होंगे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे जल्द ही उचित अवसर पर अपनी योजना के राजनैतिक पहलुओं को सार्वजनिक करेंगे।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, नल्ड ट्रम्प के सलाहकार जेरेड कूश्नर ने कहा कि उनकी योजना के माध्यम से शांति समझौते तक तभी पहुंचा जा सकता है जब दोनों पक्ष उसे स्वीकार करने के लिए तैयार हों।

बहरैन में यह दो दिवसीय आर्थिक काॅन्फ़्रेंस ऐसी स्थिति में आयोजित हुई कि फ़िलिस्तीन और कई अन्य इस्लामी देशों में इसके ख़िलाफ़ जनता ने प्रदर्शन किए।

इस काॅन्फ़्रेंस को डील आफ़ द सेंचुरी की भूमिका बताया जा रहा था। विदित रूप से इसका लक्ष्य फ़िलिस्तीन के लिए विदेशी पूंजी निवेश जुटाना था। फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधकर्ता गुटों ने इस काॅन्फ़्रेंस में भाग लेने वाले अरब देशों को विश्वासघाती बताया है।