पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी को कोरोना महामारी के बिगड़ते हालात को लेकर पत्र लिखा है।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, पत्र में मनमोहन सिंह ने कहा कि कोरोना से लड़ाई का मुख्य जरिया देश में टीकाकरण को बढ़ाना है।
उन्होंने कहा कि हमें टीकाकरण की संख्या पर नहीं देश की जनसंख्या के अनुसार टीकाकरण के फीसद पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
वर्तमान में भारत ने अपनी जनसंख्या का केवल कुछ फीसद ही टीकाकरण किया है। मुझे यकीन है कि सही योजना के साथ हम बेहतर और बहुत जल्दी टीकाकरण कर सकते हैं।
पीएम मोदी को लिखे पत्र में मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि अलग-अलग वैक्सीन को लेकर क्या आदेश हैं और अगले छह महीनों में उन वैक्सीन के डिलीवरी का क्या स्टेटस है।
मनमोहन सिंह ने यह भी कहा कि सरकार को संकेत देना चाहिए कि पारदर्शी फार्मूले के आधार पर राज्यों में उनकी अपेक्षित आपूर्ति को कैसे वितरित किया जाएगा।
फ्रंटलाइन वर्कर्स को लेकर पूर्व पीएम ने कहा कि राज्यों को फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणियों को परिभाषित करने के लिए थोड़ी छूट देनी चाहिए। इससे 45 साल से कम वर्ष के लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके।
पूर्व प्रधान मंत्री ने सरकार को कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के इस समय में केंद्र को वैक्सीन उत्पादकों को धन और अन्य रियायतें प्रदान करके अपनी विनिर्माण सुविधाओं का विस्तार करने के लिए लगातार समर्थन करना चाहिए।