लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के बीच कई बड़ी कंपनियां अपना मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चीन से हटाकर भारत में शिफ्ट कर रही हैं। इससे चीन को बड़ा झटका लगना तय है।
डेली न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, भारत के साथ विवाद के बीच चीन कई बड़े देशों के निशाने पर है।
भारत को अमेरिका , ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, रूस और जापान जैसे देशों का साथ मिल रहा है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज बताया कि एप्पल की आठ कंपनियां चीन को छोड़कर भारत में आ चुकी हैं।
प्रसाद ने कहा कि भारत उत्पादन का हब बन रहा है। भारत बड़े विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है और ग्लोबल मैन्युफैक्चरर इकोसिस्टम यह महसूस कर रहा है कि इसे चीन के अलावा अन्य स्थानों पर भी होना चाहिए।
मुझे जानकारी मिली है कि एप्पल अपनी लगभग 8 फैक्ट्रीज को चीन से भारत में स्थानांतरित कर चुका है। उम्मीद है आने वाले समय में और भी बड़ी कंपनियां भारत में अपना इकाई स्थापित करेंगी।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जब लद्दाख में चीन कोई भी हिमाकत करता है तो हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा दृढ़ता से खड़े रहते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ, चीन को उसी की भाषा में जवाब दिया गया।
भारत के इस साहसिक रुख पर अमेरिका, ब्रिटेन, जापान और अमेरिका ने भी साथ दिया। प्रधानमंत्री हमेशा यही बात कहते हैं कि भारत कभी भी अपनी संप्रभुता से कोई भी समझौता नहीं करेगा।