बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा है कि कुछ दल जो अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए राजनीति कर रहे हैं उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।
देश में शांति और सद्भाव बनाए रखा जाना चाहिए। बसपा अध्यक्ष मायावती का यह बयान उस समय सामने आया है, जब वो नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) पर अपनी बात रख रही थीं।
सीएए और एनआरसी को लेकर देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं।