मीटू: संगीतकार अनु मलिक के खिलाफ़ नहीं मिले सबूत!

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बॉलीवुड के बड़े म्यूजिक डायरेक्टर और कंपोजर अनु मलिक को अब राहत की सांस मिलने वाली है। लंबे वक्त से सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप झेल रहे अनु मलिक के खिलाफ महिला आयोग ने केस को बंद कर दिया है

 

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, महिला आयोग को अनु मलिक के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले इस वजह से उन्हें ये कदम उठाना पड़ा।

 

मुंबई मिरर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, नेशनल वुमेन कमिशन की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि ये केस फिर से ओपन हो सकता है अगर महिलाएं उनके खिलाफ सबूत लेकर आगे आएं तो।

 

रेखा ने कहा कि उनकी तरफ से शिकायतकर्ता को इस बारे में लिखा गया था, लेकिन शिकायतकर्ता की तरफ से जवाब आया कि वो अभी ट्रैवल कर रही हैं, वापस लौटने पर उनसे मिलेंगी। महिला आयोग ने 45 दिन तक शिकायतकर्ता का इंतजार किया और डॉक्यूमेंट्स की मांग की, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया।

 

शिकायतकर्ता ने अनु मलिक के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाने वाली जिन भी महिलाओं का जिक्र किया था उनकी ओर से भी कोई जवाब नहीं मिला। इस वजह से इस केस को बंद करना पड़ा। हालांकि केस अभी टेम्परेरी बंद हुआ है, अगर अनु मलिक के खिलाफ सबूत सामने आए तो केस को दोबारा खोला जा सकता है।

 

आपको बता दें कि अनु मलिक पिछले करीब दो साल से कई गंभीर आरोप झेल रहे हैं। इन आरोपों की शुरुआत साल 2018 में मीटू कैंपेन के जरिए हुई थी।

मीटू कैंपेन के दौरान गायिका सोना मोहापात्रा ने अनु मलिक के ऊपर गई गंभीर आरोप लगाए। उस वक्त अनु मलिक ‘इंडियन आइडल सीजन 10’ के जज थे। इन आरोपों की वजह से उन्हें शो से बाहर कर दिया गया। हालांकि ये सिलसिला वहीं खत्म नहीं हुआ।

ये केस उस वक्त और गंभीर हो गया जब अनु मलिक को फिर से ‘इंडियन आइडल सीजन 11’ का जज बनाया गया। अनु मलिक को ‘इंडियन आइडल सीजन 11’ का जज बनते देख सोना मोहापात्रा फिर से भड़क गईं।

उनके समर्थन में इंडिस्ट्री की कुछ और सिंगर भी आ गईं। ये दबाव इतना ज्यादा बढ़ गया कि अनु मलिका को ‘इंडियन आइडल सीजन 11’ से भी निकालना पड़ा।