चीन के वूहान शहर से फैले कोरोना वायरस संक्रमण ने पूरी दुनिया को चपेट में ले लिया है। दुनियाभर के साथ भारत भी इस महामारी से बुरी तरह जूझ रहा है।
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, कइसी जंग के बीच उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक शर्मनाक मामला प्रकाश में आया है।
यहां के एक प्राइवेट अस्पताल ने मुस्लिम समुदाय को कोरोना महामारी का खतरा बता उनके उपचार पर पाबंदी लगा दी है।
Islamophobia in India has lost its pretense now.
It can't be repaired now and please don't say there is some hope. https://t.co/A7cQspl6Vh
— Tarique Anwer (@tanwer_m) April 18, 2020
इतना ही नहीं अस्पताल ने इस संबंध में समाचार पत्र में एक विज्ञापन भी दे दिया है। सोशल मीडिया पर इस विज्ञापन के वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है।
Meerut hospital puts Ad saying it will not treat Muslim patients, UP police launches probe https://t.co/u3sdJpELjE
— Saba Naqvi (@_sabanaqvi) April 19, 2020
हालाँकि, हंगामा मचने के बाद अस्पताल ने दोबारा समाचार पत्र में स्पष्टीकरण देकर माफी मांगी है। इस बीच मेरठ पुलिस ने ट्वीट करते हुए कहा है कि इस मामले में कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
Meerut hospital demands negative #Covid19 result to admit Muslim patients, UP police launch probe https://t.co/C2On9KuGbX
— Scroll.in (@scroll_in) April 19, 2020
आपको बता दें कि राजस्थान के भरतपुर जिले के सरकारी अस्पताल से भी ऐसा ही मामला सामने आया था। अस्पताल पर आरोप लगा था कि उसने गर्भवती महिला को भर्ती करने से इस वजह से मना कर दिया था क्योंकि वह मुस्लिम थी।
अस्पताल से निकलने के बाद महिला ने एंबुलेंस में बच्चे को जन्म दिया था, लेकिन कुछ ही देर में नवजात की मौत हो गई थी। इस मामले ने काफी तूल पकड़ा था।