अयोध्या के फैसले का काउंडडाउन शुरू हो चुका है। दुनिया के सबसे पुराने मामले में कभी भी फैसला आ सकता है लेकिन फैसले से पहले सद्भावना और शांति कायम करने की कोशिशें शुरू हो गई हैं।
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के घर मुस्लिम धर्म गुरुओं और संघ नेताओं की बैठक हुई तो अयोध्या में राम मंदिर को लेकर किसी भी तरह के मैसेज के सर्कुलेशन पर रोक लगा दी गई।
मुख्तार अब्बास नकवी के घर ढाई घंटे की मैराथन मीटिंग के बाद जब सब निकले तो हर चेहरे पर तसल्ली का भाव था। भरोसा था कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला सुनाएगा, सबको मंजूर होगा।
बैठक में मुस्लिम धर्म गुरु और संघ के नेता शामिल हुए जिसमें तय हुआ कि राम मंदिर पर फैसले के बाद कोई जश्न नहीं मनाएगा। इस बैठक में यह भी तय हुआ कि फैसले के बाद सब एक दूसरे को हिम्मत देंगे और दोनों समुदायों ने फैसले को लेकर शांति बनाए रखने की भी अपील की।
साथ ही अफवाहों और फेक न्यूज से दूर रहने सलाह दी गई। सभी समुदायों और राजनीतिक दलों से अयोध्या पर अनर्गल बयानबाजी पर रोक लगाने की भी अपील की गई।