मोहम्मद अजरुद्दीन ही थे जिन्होंने गांगुली के अंदर लीडरशिप क्वॉलिटी को विकसित किया- पाकिस्तानी खिलाड़ी

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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली बेहतरीन कप्तान थे और उनकी लीडरशिप क्षमता की ताराफी हमेशा की जाती है।

 

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, गांगुली को टीम इंडिया की कप्तानी काफी मुश्किल वक्त में सौंपी गई थी और उसके बाद उन्होंने एक नई टीम खड़ी की और इस टीम को नई बुलंदियों तक पहुंचाया।

 

अब गांगुली के लोकर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने कहा कि वो मोहम्मद अजरुद्दीन ही थे जिन्होंने गांगुली के अंदर लीडरशिप क्वॉलिटी को विकसित किया।

 

राशिद लतीफ ने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने वाले एम एस धौनी की तारीफ की साथ ही 90 के दशक में भारतीय क्रिकेट टीम में अजहरुद्दीन द्वारा विकसित किए गए एक शानदार परंपरा की भी बात की।

 

उन्होंने कहा कि मैं मो. अजरुद्दीन का बहुत सम्मान करता हूं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट की काफी लंबे समय तक सेवा की और फिर सौरव गांगुली जैसे कप्तान के लिए विरासत छोड़ी।

 

गांगुली को कप्तान के रूप में तैयार करने में अजहर की बड़ी भूमिका थी। गांगुली की कप्तानी में सचिन तेंदुलकर व राहुल द्रविड़ जैसे महान खिलाड़ी भी खेले।

 

गांगुली ने 1992 में वनडे में जबकि 1996 में टेस्ट में डेब्यू किया था और उस वक्त टीम के कप्तान अजहरुद्दीन थे। सौरव गांगुली ने अजहर की कप्तानी में 53 वनडे मैच और 12 टेस्ट मैच खेले थे।

 

लतीफ ने कहा कि गांगुली को कप्तान के तौर पर तैयार करने का श्रेय अजहर का मिलना चाहिए। वहीं धौनी को तैयार करने में गांगुली की भी बड़ी भूमिका रही।

 

उन्होंने कहा कि अजहर ने गांगुली को तैयार किया और फिर धौनी ने अजहर व गांगुली दोनों के स्टाइल को लेकर अपना एक अलग रास्ता बनाया।

 

राशिद लतीफ ने धौनी के बारे में कहा कि वो कमाल के लीडर थे जिन्होंने युवा क्रिकेटरों का खूब समर्थन किया और उनमें आत्मविश्वास भरा। उन्होंने कहा कि धौनी ने दो वर्ल्ड कप खिताब जीते और कोई दूसरा कप्तान ऐसा नहीं कर पाया है।

 

धौनी में रिस्क लेकर टीम को आगे ले जाने की क्षमता था और उन्होंने युवा खिलाड़ियों को खूब मौका देकर उन्हें बेहतर खिलाड़ी बनने में मदद की।