ओडिशा हाईकोर्ट के 31वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस मोहम्मद रफीक ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
जाागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, भुवनेश्वर लोकसेवा भवन में राज्यपाल प्रोफ़ेसर गणेशी लाल ने जस्टिस मोहम्मद रफीक को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई ।
इस अवसर पर लोकसेवा भवन में मुख्य सचिव असीत त्रिपाठी, पुलिस डीजी अभय भी उपस्थित थे। इनके अलावा एडवोकेट जनरल एवं अन्य न्यायाधीश उपस्थित थे।
गौरतलब है कि जस्टिस रफीक इससे पहले मेघालय हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे। सुप्रीमकोर्ट के प्रधान न्यायाधीश की सलाह एवं राष्ट्रपति के निर्देश से उनकी ओडिशा हाईकोर्ट में बदली की गई है।
यहां उल्लेखनीय है कि ओड़िशा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहने वाले जस्टिस कल्पेश सत्येंद्र जावेरी के रिटायर होने के बाद जस्टिस संजू पंडा ओडिशा हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश का दायित्व निभा रहे थे।
राजस्थान के चुरु जिले के सुजनगढ़ में जस्टिस मोहम्मद रफीक वर्ष 1960 मई 25 तारीख को उनका जन्म हुआ था। राजस्थान यूनिवर्सिटी से वह वर्ष 1980 में बी.कॉम की पढ़ाई और 1984 में एलएलबी की पढाई खत्म किए थे।
1984 में ही वकालत के पेशे में योगदान दिए थे और एम. कॉम की पढ़ाई जारी रखते हुए 1986 में एम. कॉम किया।
वकालत की पेशे में सफलता हासिल करते हुए वह राजस्थान सरकार के वकील के तौर पर सफलता के साथ कार्य किया । बाद में केंद्र सरकार के वकील के तौर पर भी उन्हें नियुक्ति मिली और उसमें भी सफलता हासिल की।
उन्हें संवैधानिक, नौकरी संबंधित, जमीन अधिग्रहण, अपराधिक, टैक्स संबंधित, कंपनी कस्टम और एक्साइज आदि अनेक मामलों में महरात हासिल है। वर्ष 2006 मई 15 तारीख को उन्हें राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश के तौर पर नियुक्ति मिली थी।
वर्ष 2019 अक्टूबर 12 तारीख के अंदर वह राजस्थान हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश के तौर पर दो-दो बार सफलता के साथ कार्य संपादन किया।
वर्ष 2019 अक्टूबर 13 तारीख को उन्होंने मेघालय हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली और वर्ष 2020 अप्रैल 18 तारीख को सुप्रीमकोर्ट के कॉलेजियम ने उनका नाम ओडिशा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर अनुमोदन करने के पश्चात जस्टिस मोहम्मद रफीक का तबादला मेघालय हाईकोर्ट से ओडिशा हाईकोर्ट में हुआ।
आज ओडिशा के राज्यपाल प्रोफ़ेसर गणेशी लाल ने मोहम्मद रफीक को विधिवत रूप से ओडिशा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ दिलाई है।