मोहम्मद शमी पर देश लौटने के 15 दिन तक वारंट को लागू नहीं किया जाएगा!

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मोहम्मद शमी के वकील शेख सलीम रहमान ने कहा कि यह देखते हुए कि तेज गेंदबाज राष्ट्रीय कर्तव्य निभाने के लिए विदेश में हैं, अलीपुर के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि देश लौटने के 15 दिन तक उन पर वारंट को लागू नहीं किया जाएगा।

कोलकाता। शहर की एक अदालत ने सोमवार को क्रिकेटर मोहम्मद शमी के खिलाफ उनकी पत्नी हसीन जहां द्वारा दर्ज कराए गए कथित घरेलू हिंसा के एक मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया। अदालत ने कहा कि देश लौटने के 15 दिनों के भीतर उन्हें आत्मसमर्पण करना होगा।

साक्षी प्रभा पर छपी खबर के अनुसार, मोहम्मद शमी फिलहाल भारतीय क्रिकेट टीम के साथ वेस्टइंडीज के दौरे पर हैं और 4 सितंबर को घर के लिए रवाना होने वाले हैं। शमी के वकील शेख सलीम रहमान ने कहा कि यह देखते हुए कि तेज गेंदबाज राष्ट्रीय कर्तव्य निभाने के लिए विदेश में हैं, अलीपुर के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि देश लौटने के 15 दिन तक उन पर वारंट को लागू नहीं किया जाएगा।

अदालत ने निर्देश दिया कि भारत लौटने के 15 दिनों के भीतर शमी को आत्मसमर्पण करना होगा, जिसमें विफल रहने पर उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लागू किया जाएगा।

जहां का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील अनिर्बान गुहा ठाकुरता ने कहा कि वह अदालत इसलिए गए क्योंकि शमी कानूनी औपचारिकताओं का जवाब नहीं दे रहे थे।

उनके वकील ने कहा कि शमी के भाई हसीब अहमद के खिलाफ भी एसीजेएम ने वारंट जारी किया है। जहां ने 2018 की शुरुआत में शमी और उनके परिवार के कुछ सदस्यों के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया था।