कोरोना से मुकाबले के लिए 38,000 डॉक्टर देंगे स्वैच्छिक सेवा

,

   

सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए डॉक्टरों समेत 38,000 से अधिक डॉक्टरों ने कोविड-19 से मुकाबले में सरकार की सहायता करने की इच्छा जताई है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सरकार ने 25 मार्च को सेवानिवृत्त और सेवारत डॉक्टरों से सहयोग करने की अपील की थी।

अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, “सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाओं, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, और सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त हुए डॉक्टरों और निजी डॉक्टरों समेत 38,162 डॉक्टरों ने कोविड-19 से मुकाबले के लिए सरकार की सहायता करने के वास्ते हस्ताक्षर किए हैं।”

अधिकारी ने कहा कि नीति आयोग ने इन डॉक्टरों की सूची स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को सौंप दी है। नीति आयोग की वेबसाइट पर 25 मार्च को डाले गए एक वक्तव्य में सरकार ने कहा था कि जो भी इस नेक अभियान में शामिल होना चाहते हैं वे वेबसाइट पर दिए गए लिंक के माध्यम से पंजीकरण करवा सकते हैं।

भारत के अलावा अमेरिका, इटली, ब्रिटेन और वियतनाम में भी कोविड-19 महामारी से मुकाबले के लिए सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मियों से वापस काम पर आने का आग्रह किया गया है।