मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फ्लोर टेस्ट से पहले इस्तीफे का ऐलान किया!

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मध्य प्रदेश का सियासी नाटक 17 दिन बाद आज खत्म हो गया है। फ्लोर टेस्ट से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है।

 

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भाजपा जनता की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की साजिश करती रही।

 

ज्योतिरादित्य का नाम नहीं लिए बिना कहा कि धोखा करने वालों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। भाजपा ने हमारे 22 विधायकों को कर्नाटक में बंधक बनाकर रखा।

 

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमने आम लोगों के लिए काम किया, लेकिन ये भाजपा को रास नहीं आया, हमारी सरकार पर किसी तरह का आरोप नहीं लगा, भाजपा ने किसानों के साथ धोखा किया लेकिन हमें उनके लिए काम नहीं करने दिया।

 

कमलनाथ ने कहा कि हमने अपने कार्यकाल में माफियाओं को खत्म करने का काम किया, बीजेपी को यहां सरकार चलाने के लिए 15 साल मिले थे।

 

कमलनाथ ने कहा कि 11 दिसंबर 2018 को पिछली विधानसभा का परिणाम आया है, जिसमें कांग्रेस सबसे अधिक सीटें हासिल करके आई।

 

17 दिसंबर को मैंने शपथ ली और 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल की शपथ ली, आज 20 मार्च है, इस दौरान हमारा प्रयास प्रदेश की तस्वीर बदलने का रहा। 15 महीनों में मेरी क्या गलती थी, अपने राजनीतिक जीवन में मैंने काम पर विश्वास रखा।

 

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी ने 22 विधायकों को बंधक बनाया और ये पूरा देश बोल रहा है। करोड़ों रुपये खर्च कर खेल खेला जा रहा है, एक महाराज और उनके 22 साथियों के साथ मिलकर साजिश रची।

 

कमलनाथ ने कहा कि जिसकी सच्चाई थोड़ी समय में सामने आएगी। हमने तीन बार विधानसभा में अपनी बहुमत साबित की। बीजेपी की ओर से जनता के साथ विश्वासघात किया जा रहा है और लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है, जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी।

 

 

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि भाजपा चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की साजिश करती रही। धोखा करने वालों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है।

 

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक ली है। इसके बाद कांग्रेस विधायक ने कहा कि हमारी सरकार फ्लोर टेस्ट का सामना करेगी।

 

सूत्रों ने बताया कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ आज शाम होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस सूचना को वजन दिया है।

 

उनका कहना है कि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है, ऐसे में आगे देखना होगा क्या हो सकता है।

 

सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि शुक्रवार शाम 5 बजे तक कमलनाथ सरकार को बहुमत साबित का आदेश दिया था। इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बहुमत का आंकड़ा होने पर शक जता दिया था।

 

कांग्रेस नेता ने कहा कि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के पास बहुमत वाला नंबर नहीं है। पैसे और सत्ता के दमपर बहुमत वाली सरकार को अल्पमत में लाया गया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि रूठे विधायकों को मनाने के लिए मिलने नहीं देने की वजह से यह संकट आ गया है।