बाबरी फैसले पर पुर्नविचार याचिका को लेकर इक़बाल अंसारी का बड़ा बयान, कहा..?

,

   

अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल किए जाने के फैसले पर जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि अयोध्‍या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ वे पुनर्विचार याचिका दायर करेंगे।

न्यूज़ स्टेट पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि इस बात की 100 फीसद संभावना है कि कोर्ट में हमारी याचिका खारिज हो जाए लेकिन फिर भी इस मामले को कोर्ट लेकर जाएंगे। यह हमारा कानूनी हक़ है।

अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल की जाए या नहीं इसे लेकर रविवार को लखनऊ के मुमताज डिग्री कॉलेज में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक आयोजित की गई।

करीब तीन घंटे तक चली इस बैठक में रिव्यू पिटीशन फाइल किए जाने पर सहमति बन गई।

बैठक के बाद जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि हम फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटीशन (पुनर्विचार या समीक्षा याचिका) दायर करेंगे।

साथ ही उन्होंने कहा कि हमें मालूम है रिव्यू पिटीशन का हाल क्या होना है, लेकिन फिर भी हमारा यह हक है।

अरशद मदनी ने कहा कि हम न मस्जिद को दे सकते हैं और न ही उसकी जगह कोई जमीन ले सकते हैं। मुकदमे में हमें हमारा हक नहीं दिया गया। मामले में जमीयत उलेमा-ए-हिन्द रिव्यू पिटीशन दाखिल करेगी।

इक़बाल अंसारी बोले
दूसरी तरफ बैठक पर बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि इस मसले को यहीं पर खत्म कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला दे दिया है और हमने फैसले को मान भी लिया है तो अब इस मामले को आगे नहीं ले जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस मामले में हम पक्षकार थे और हम अब रिव्यू दाखिल करने आगे नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि पक्षकार ज्यादा हैं, कोई क्या कर रहा है नहीं मालूम लेकिन हम अब रिव्यू दाखिल नहीं करेंगे।