मुस्लिम स्कॉलर ने कहा राम भगवान नहीं थे फिर..?

   

एक टीवी शो के दौरान मुस्लिम पॉलिटिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MPCI) के अध्यक्ष और PFI नेता तस्लीम रहमानी ने राम को भगवान मानने से इनकार कर दिया, जिसके बाद भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने अपनी आपत्ति जताई और उनसे माफी मांगने की मांग की।

 

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, इस शो में जेएनयू के अंदर हुई हिंसा पर चर्चा के दौरान तस्लीम रहमानी ने कहा कि “राम भगवान नहीं थे।”

तस्लीम रहमानी के ऐसा कहते ही संबित पात्रा ने इसपर आपत्ति जताई और कहा कि “राम भगवान थे, भगवान हैं और भगवान रहेंगे। आप माफी मांगिए अभी।”

दरअसल, चर्चा के दौरान कम्युनलिस्म की बात निकलकर सामने आई। जिसपर संबित पात्रा ने फैज की उस कविता का जिक्र किया, जिसे CAA के खिलाफ प्रदर्शन में गाया गया।

संबित पात्रा ने कहा कि “क्या थे फैज के वो अल्फाज, ‘हम देखेंगे, जब अर्ज़-ए-ख़ुदा के काबे से, सब बुत उठवाए जाएँगे, बस नाम रहेगा अल्लाह का।’

क्यों? कृष्ण का नाम क्यों नहीं रहेगा भइया? राम का नाम कहां जाएगा? रहेगा राम का नाम भी। ये क्यों, किसने कम्युनलाइज किया?”

इस पर बहस आगे बढ़ी तो तस्लीम रहमानी ने कहा कि “अल्लाह किसी एक का नहीं है। अल्लाह आपका भी है। मेरा ईश्वर है। मैं बोलता हूं ईश्वर, अल्लाह तेरा नाम।”

इस दौरान संबित पात्रा भी लगातार अपनी बात रख रहे थे लेकिन फिर तभी तस्लीम रहमानी ने राम के भगवान होने से इनकार कर दिया। जिस पर संबित पात्रा भड़क गए और उनसे माफी मांगने की मांग करने लगे।