फ्रांस में टीचर का सिर कलम करने बाद से कट्टरपंथी इस्लामिक लोगों ने फ्रांस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस्लामिक देशों ने तो फ्रांस की सामानों का बहिष्कार कर दिया है।
डेली न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, इसी के साथ फ्रांस के खिलाफ जनआक्रोश भी जारी है। पैंगबर मोहम्मद (PBUH) का कार्टून टीचर बच्चों को दिखाया था उसके बाद एक शख्स ने टीचर का सिर धड़ से अलग कर दिया। इसी बात से इस्लामिक संस्थाओं ने आवाज उठाना शुरू कर दिया।
इस्लामिक संस्थाओं का कहना है कि फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि इस्लामिक कट्टरपंथ पर सख्ती से प्रहार किया जाएगा यह एमैनुएल मैक्रो हमारे धर्म और पैंगबर मोहम्मद (PBUH) साहब का कोई ऐसे मजाक नहीं उड़ा सकता है और ना ही ऐसी तस्वीर बना सकता है।
इससे इस्लाम पर आहत होती है। जिससे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि टीचर की हत्या के बाद फ्रांस में बाराकासिटी नाम के एक इस्लामिक चैरिटी ऑर्गनाइजेशन को बंद कर दिया गया।
यह इस्लामिक चैरिटी 26 देशों में करीब 20 लाख लोगों के लिए काम करती है। इस्लाम के अपमान के विरोध में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी फ्रांस के जनआक्रोश में आग के अंदर घी डालने का काम किया है।
इन्होंने कहा कि इस विरोध में सभी मुस्लिम देशों को एक हो जाना चाहिए। यहां के लोगों का कहना है कि फ्रांस में हम महफूज नहीं हैं। फ्रांस के गृहमंत्री गेराल्ड डारमेनियन ने कहा कि बाराकासिटी फ्रांस में नफरत, इस्लामिक कट्टरपंथ फैला रही थी।