ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम युवाओं से वकालत की पढ़ाई करने की अपील की है। ओवैसी ने कहा कि अब हम मुसलमानों को कानून की अच्छी समझ रखने वाले वकीलों की जरूरत है। अपने बच्चों को कानून की पढ़ाई कराएं। आज हिंदुस्तान के मुसलमानों को वकीलों की जरूरत है।
ऐसा वकील नहीं जो नोटरी का काम करे, ऐसा वकील बनाइए जो संविधान का ज्ञाता हो, जो मुस्लिम पर्सनल बोर्ड का जानकर हो, जो कानून का बारीकी से जानने वाला हो. आज मुस्लिमों को ऐसे वकीलों की जरूरत है।
ओवैसी ने आगे कहा, ‘मैं वकील हूं, लेकिन मैं प्रैक्टिस भी नहीं कर पाता। अपनी जो इज़्ज़त अल्लाह ने दी है उसको बचाइए। तबरेज़ के लिए दुआ कीजिये। बाख़बर रहो खौफ को दूर करो।
AIMIM प्रमुख ओवैसी ने कहा कि हिंदुस्तान के वजीरे आज़म (प्रधानमंत्री) को हम देखेंगे की वे अपना वादा पूरा कर पाते हैं या नहीं। हम भी चाहते हैं कि हिंदुस्तान चीन से आगे निकल जाये, मेरे मुसलमान भाइयों अपनी जमात में रहिये उसको मजबूत करिये।
उन्होंने मुस्लिमों से अपील की कि वे तेलंगाना में बीजेपी के कदमों को रोकने की कोशिश में जुट जाएं। ओवैसी ने कहा, ‘बीजेपी तेलंगाना का ख्वाब देख रही है। इंशा अल्लाह वह ख्वाब ही रहेगा।
ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल जुबानी बातें करते हैं कि अल्पसंख्यक भय के वातावरण में जी रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे और उनकी पार्टी भाजपा पिछले पांच साल से यह ‘पाखंड’ कर रही है।
प्रधानमंत्री ने एक दिन पहले कहा था कि अल्पसंख्यक भय के वातारवरण में हैं और उन्होंने इसे दूर करने का आह्वान किया था। इस पर ओवैसी ने कहा कि मोदी संकेत नहीं दे रहे, बल्कि इस मुद्दे ने उनको ‘एक्सपोज’ कर दिया है।