कमलेश तिवारी के बेटे ने की NIA जांच की मांग, कहा- किसी पर भरोसा नहीं

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कमलेश तिवारी के बेटे ने अब इस हत्याकांड की जांच एनआईए से कराने की मांग करते हुए कहा, ‘हम किसी पर भरोसा नहीं कर सकते हैं क्योंकि सुरक्षा कर्मी की मौजूदगी के बावजूद भी मेरे पिताजी की हत्या कर दी गई।

खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में उत्तर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं।

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उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महज 24 घंटे के अंदर केस को सुलझाने का दावा किया और अब तक इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

वहीं कमलेश तिवारी के बेटे ने अब इस हत्याकांड की जांच एनआईए से कराने की मांग करते हुए कहा, ‘हम किसी पर भरोसा नहीं कर सकते हैं क्योंकि सुरक्षा कर्मी की मौजूदगी के बावजूद भी मेरे पिताजी की हत्या कर दी गई।

ऐसे में हम पुलिस प्रशासन पर कैसे भरोसा कर सकते हैं।’ वहीं अब कमलेश तिवारी की हत्या को लेकर शिवसेना नेता अरुण पाठक की तरफ से एक बयान आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि जो भी कमलेश तिवारी के हत्यारों का गला काटेगा उसे एक करोड़ का इनाम दिया जाएगा।

फेसबुक पर जारी किए एक वीडियो में अरुण पाठक ने कहा, ‘मैं हिंदू होने के नाते, शिवसैनिक होने के नाते इस घटना से दुखी हूं। जिस तरह से आईआईएस के अंदाज में भाई कमलेश तिवारी की गला रेत कर हत्या की गई है यह बहुत ही शर्मनाक है।

ऐसे लोग जिन्होंने पहले से ही ऐलान किया था कि जो भी कमलेश तिवारी का गला रेतेगा उसे 51 लाख रुपए का इनाम मिलेगा, वो लोग फिर भी सुरक्षित घूम रहे हैं।

आज इतनी बड़ी घटना हो गई। समाजवादी पार्टी सरकार में कमलेश तिवारी सुरक्षित थे लेकिन आज केंद्र में मोदी सरकार और यूपी में योगी सरकार सभी हिंदूवादी सरकार है और इस तरह से कमलेश जी की हत्या हो जाती है।’

अपने वीडियो में अरुण पाठक कहते हैं, ‘मैं आज ऐलान करता हूं कि जो भी कमलेश तिवारी के हत्यारों का गला रेतेगा। मौलाना अनवारूण हक, मुफ्ती नई काजमी और रसीद पठान की गला रेंतकर हत्या करेगा मैं उसे एक करोड़ रुपये का इनाम दूंगा।

वो इनाम मैं अपनी संपत्तियों को बेचूंगा, व्यापार को बेचूंगा और अगर तब भी पूरा नहीं पाया तो आज तक मैंने कभी हाथ नहीं फैलाया है, फिर हाथ फैलाकर एक करोड़ रुपए जमा करुंगा।’ पाठक ने कहा कि अगर कमलेश तिवारी को सुरक्षा दी गई होती तो उनकी हत्या नहीं होती।

बता दें, कमलेश तिवारी की शुक्रवार को उनके दफ्तर पर बदमाशों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। मिठाई के डिब्बे में असलहा छिपाकर लाए बदमाशों में पहले कमलेश तिवारी से मुलाकात की और फिर उनकी हत्या कर दी।

पुलिस इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिनमें से तीन की पहचान मौलाना मोहसिन शेख, रशीद अहमद पठान और के फैजान के रूप में हुई है।