इजरायली अतिक्रमण के खिलाफ़ बेख़ौफ़ होकर फलस्‍तीनीयों ने ज़ंग को रखा है जारी!

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फ़िलिस्तीनियों की वतन वापसी की मांग को लेकर अतिग्रहित इलाक़ों के समानांतर ग़ज़्ज़ा की सीमाओं पर हर हफ़्ते होने वाली रैलियों पर ज़ायोनी सैनिकों ने हमला किया, जिसमें कम से कम 98 फ़िलिस्तीनी घायल हुए।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, ग़ज़्ज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में आया है कि घायलों में 49 ऐसे हैं जो इस्राईली सैनिकों की गोलियों से घायल हुए। घायलों में 4 पैरामेडिक्स भी हैं। ग़ौरतलब है कि पिछल साल 30 मार्च से ये रैलियां हो रही हैं। फ़िलिस्तीनी, इस्राईली अतिक्रमण से अपना वतन छोड़ कर जाने वाले फ़िलिस्तीनियों की वतन वापसी की मांग करते हैं।

पिछले साल 30 मार्च से अब तक इन रैलियों पर ज़ायोनी सैनिकों की फ़ायरिंग में कम से कम 305 फ़िलिस्तीनी शहीद और लगभग 18000 घायल हुए हैं।

मार्च में संयुक्त राष्ट्र संघ की जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ग़ज़्ज़ा में फ़िलिस्तीनियों के प्रदर्शन का दमन न सिर्फ़ मानवाधिकार का उल्लंघन बल्कि युद्ध अपराध की श्रेणी में भी आ सकता है।

ग़ज़्ज़ा 2007 से ज़ायोनी सैनिकों की नाकाबंदी से घिरा हुआ है जिसकी वजह से ग़ज़्जा में लोगों का जीवन स्तर बहुत गिर गया है। इस्राईल 2008 से अब तक ग़ज़्ज़ा पर 3 बड़ी जंगे थोप चुका है जिसमें हज़ारों की संख्या में ग़ज़्ज़ावासी शहीद हुए और इस इलाक़े को बहुत अधिक नुक़सान पहुंचा।