इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। भ्रष्टाचार मामले में आरोपित किए जाने के बाद इस्तीफे के बढ़ते दबाव के बीच उन्हें अपनी लिकुड पार्टी के अंदर भी चुनौती मिलने लगी है।
Israeli PM #BenjaminNetanyahu looked to project business as usual as he returned to work after his indictment on graft charges, but a wall of silence from his loyal Cabinet Ministers indicated tough times ahead for the embattled leader. https://t.co/8WjB8IS6x4
— The Hindu (@the_hindu) November 25, 2019
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, इजरायली मीडिया में आई खबरों के अनुसार, नेतन्याहू को चुनौती देने वाले लिकुड नेता गिदोन सार ने रविवार को बताया कि पार्टी प्रमुख पद के लिए छह हफ्ते में चुनाव कराया जाएगा।
Netanyahu fought the law and lost. Can he defeat his own party? Listen to Haaretz editor Aluf Benn https://t.co/HVE9N67n42
— Haaretz.com (@haaretzcom) November 25, 2019
इस पर हालांकि पार्टी प्रवक्ता की ओर से कोई बयान नहीं आया है। सत्तारूढ़ लिकुड पार्टी के सांसद और नेतन्याहू को चुनौती देने वाले गिदोन ने ट्विटर पर लिखा, ‘मैं पार्टी नेतृत्व के लिए प्राइमरी चुनाव कराने पर प्रधानमंत्री की सहमति का स्वागत करता हूं।’
गिदोन ने यह भी कहा है कि वह नेतन्याहू की जगह लेने के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश करेंगे।
इजरायल के अटॉर्नी जनरल की ओर से नेतन्याहू को गत गुरुवार को भ्रष्टाचार के मामलों में आरोपित किया गया था। उन पर रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी और भरोसा तोड़ने के आरोप लगाए गए हैं।
इजरायल में ऐसा पहली बार हुआ है, जब पद पर रहते प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार मामले में आरोपित किया गया है। उन्होंने हालांकि कुछ भी गलत करने से इन्कार किया है और कहा है कि वह पीएम बने रहेंगे और खुद ही अपना बचाव करेंगे।