इस्राएली प्रधानमंत्री बेंन्यामिन नेतन्याहू अपनी पार्टी में नेता पद का चुनाव जीत गए हैं। इससे अगले राष्ट्रीय चुनावों में वह आत्मविश्वास के साथ उतरेंगे। इस साल दो बार हुए आम चुनावों के बाद वह सरकार बनाने में नाकाम रहे।
राष्ट्रीय चुनावों में लगातार दो बार निर्णायक जीत हासिल ना कर पाने के कुछ ही महीनों बाद इस्राएल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतनयाहू का सितारा एक बार फिर चमका है। उनकी लिकुड पार्टी में नेतृत्व के लिए हुए चुनावों में नेतन्याहू ने बड़ी जीत हासिल की है।
#BenjaminNetanyahu declared victory in a speech at #Likud’s campaign headquarters near Tel Aviv, telling supporters: “The future is in our hands”.https://t.co/E11ryWjFMS
— Firstpost (@firstpost) December 28, 2019
लिकुड पार्टी की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार 26 दिसंबर को हुए इन चुनावों में नेतन्याहू को 72.5 प्रतिशत वोट मिले, जबकि उन्हें चुनौती देने वाले पूर्व गृह मंत्री गिडियन सार को सिर्फ 27.5 प्रतिशत वोट मिले।
RT PalestineChron "#Netanyahu Claims ‘Huge Win’ in #Likud Primary https://t.co/DUNejvaryZ via PalestineChron pic.twitter.com/kOkWyCLteP"
— Richard Hardigan (@RichardHardigan) December 28, 2019
सार ने अपनी हार स्वीकार करते हुए ट्वीट किया कि अब वे आम चुनावों के लिए नेतन्याहू का ही समर्थन करेंगे “ताकि लिकुड की जीत सुनिश्चित हो सके।
सार की चुनौती से चार बार प्रधानमंत्री रह चुके नेतन्याहू की मुश्किलें बढ़ गई थीं। नवंबर में नेतन्याहू पर तीन अलग अलग मामलों में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे।
इसके अलावा वह दो बार सरकार बनाने के प्रयासों में विफल रह चुके हैं क्योंकि खंडित जनादेश की वजह से वह गठबंधन बनाने में नाकाम रहे। इस साल पहला आम चुनाव अप्रैल में हुआ था और दूसरा सितंबर में।
पिछले चुनावों के बाद नेतन्याहू के प्रतिद्वंद्वी और मध्यमार्गी ब्लू एंड वाइट पार्टी के नेता बेनी गांत्स भी गठबंधन बनाने में नाकाम रहे।
इसलिए राजनीतिक गतिरोध पैदा हो गया और देश एक और आम चुनाव की तरफ बढ़ गया। अगले आम चुनावों के लिए 2 मार्च को वोटिंग होगी।