पूरे पृष्ठ के विज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि यह अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित किया गया है, जिसके कार्यालय केन्या, इंडोनेशिया और थाईलैंड में है
अमेरिका स्थित समाचार पत्र द न्यूयॉर्क टाइम्स ने कश्मीर पर पाकिस्तान की लाइन पर एक तथ्यात्मक रूप से गलत विज्ञापन प्रकाशित किया है, जिसको लेकर विवाद शुरू हो गया है।
New York Times carries factually incorrect full-page ad towing Pak's line on Kashmir
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— ANI Digital (@ani_digital) September 27, 2019
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, इस विज्ञापन में पाकिस्तान के झूठे बयान को दिखाया गया है, जबकि यह पाकिस्तान में ईसाइयों, हिंदुओं, शियाओं, अहमदियों और गुलाम कश्मीर के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन के ट्रैक रिकॉर्ड की अनदेखी करता है।
New York Times, this is some Kashmir whataboutery!https://t.co/8m65XjKXIy
— NewsX World (@NewsX) September 27, 2019
पूरे पृष्ठ के विज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि यह अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित किया गया है, जिसके कार्यालय केन्या, इंडोनेशिया और थाईलैंड में है।
इसमें दावा किया गया है कि भारत सरकार द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद लोगों को बंदी बना कर रखा गया है। जबकि वास्तविकता में यहां पर संचार व्यवस्था की बहाली के बाद सामान्य स्थिति वापस आ रही है।
प्रायोजित किए गए इस विज्ञापन में पाकिस्तान द्वारा जम्मू और कश्मीर और भारत के अन्य हिस्सों में प्रायोजित आतंकवाद को नजरअंदाज किया गया है।
विज्ञापन में कहा गया है कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान के साथ मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत और मध्यस्थता के सभी प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया है। हालांकि, भारत द्वारा पाकिस्तान से होने वाले आतंकवादी हमलों के साथ शांति की पहल को खत्म किया गया।
भारत ने समय- समय पर इसका जवाब दिया है कि आतंक के साथ बातचीत नहीं हो सकती है जिसे पाकिस्तान स्वीकार करने को तैयार नहीं है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आरएसएस का पूरे देश में फैलने का उल्लेख किया है, जब पाकिस्तान में स्वतंत्र रूप से काम कर रहे कई आतंकी समूहों के बारे में उसका कुछ नहीं कहना है।
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