बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला किया है। उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी बिहार से बाहर एनडीए का हिस्सा नहीं रहेगी। नीतीश कुमार ने यह भी कहा है कि उनकी पार्टी इस साल होने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ेगी।
केंद्र सरकार में अपनी पार्टी को एक मंत्री पद दिए जाने से नाराज चल रहे नीतीश कुमार ने एक दिन पहले ही कहा था कि जनता दल यू एनडीए का हिस्सा थी और आगे भी रहेगी। पर उसके एक दिन बाद उन्होंने बड़ी घोषणा की।
रविवार को पटना में जनता दल यू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई, जिसमें कई बड़े फैसले किए गए। कार्यकारिणी की बैठक में सबसे बड़ा फैसला यह किया गया कि जनता दल यू बिहार के बाहर एनडीए का हिस्सा नहीं होगी।
पार्टी ने तय किया कि वह इस साल होने वाले झारखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा के चुनाव अकेले लड़ेगी। पार्टी की इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार, उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी सहित सारे बड़े नेता मौजूद थे।
गौरतलब है कि जनता दल यू केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का हिस्सा नहीं है। सरकार में सिर्फ एक मंत्री पद दिए जाने के प्रस्ताव को नीतीश कुमार ने ठुकरा दिया था।
उसके बाद उन्होंने बिहार में अपनी सरकार का विस्तार किया, जिसमें जदयू के आठ मंत्रियों को शामिल किया गया। जबकि भाजपा के किसी भी नेता को मंत्री नहीं बनाया गया।
बहरहाल, रविवार की बैठक के बाद जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने भाजपा और जदयू के बीच संबंध खराब होने की मीडिया में चल रही खबरों को खारिज किया।
उन्होंने कहा कि केंद्र मोदी इस सरकार को बाहर से समर्थन जारी रहेगा। उन्होंने कहा- नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए 171 सभाएं की। हमारा गठबंधन मजबूत है और जारी रहेगा।
केसी त्यागी ने कहा- बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने हमसे कहा था कि हमारा बहुमत है, लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं कि सबको बराबर मौका दिया जाए। उन्होंने कहा कि शपथ समारोह के दिन भी अमित शाह ने फोन किया था। हमने किसी का नाम नहीं दिया था।
लोगों के नामों से चलने वाली चर्चाएं गलत हैं। इससे पहले शनिवार को नीतीश कुमार ने कहा था कि जदयू के किसी भी नेता को केंद्र में मंत्री नहीं बनाने का मुद्दा अब खत्म हो गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जेडीयू-बीजेपी साथ मिल कर लड़ेंगे, इस पर कोई सवाल खड़ा करना गलत होगा।
साभार- नया इंडिया