क्या ओवैसी ने तोड़ दिया दलित- मुस्लिम गठबंधन?

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2019 के विधानसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में प्रकाश आंबेडकर की वंचित आघाडी और एआईएमआईएम का गठबंधन टुट गया है।एआईएमआईएम के औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज जलील ने वंचित आघाडी के साथ गठबंधन टूटने की घोषणा की है। अब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम अकेल चुनाव लड़ेगी।

गौरतलब है कि दो महीने पहले ही एआईएमआईएम और वंचित आघाडी के बीच सीट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई थी। इस मीटिंग में प्रकाश आंबेडकर ने स्पष्ट किया था कि 8 सीटें ही एआईएमआईएम को दी जाएंगी। तब भी एआईएमआईएम ने सीटें बढ़ाने की मांग प्रकाश आंबेडकर से की थी।

शुरुआत में एआईएमआईएम ने 100 सीटों की मांग की थी। बाद में प्रकाश आंबेडकर सिर्फ आठ सीटें देने में ही अड़े रहे तो एआईएमआईएम 50 सीटों देने की मांग की. लेकिन, फिर भी आंबेडकर नहीं माने।

ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, एआईएमआईएम नेता गफार कादरी ने इस संदर्भ में पुणे में 5 सितंबर को प्रकाश आंबेडकर के साथ मीटिंग की थी लेकिन वे 8 सीटें देने पर ही माने और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को भी उन्होंने 8 ही सीटें देने का संदेश भेज दिया।

इसी वजह से दोनों दलो में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बात नहीं बनी। एआईएमआईएम के मुताबिक उसने पिछले विधानसभा चुनाव में 24 सीटों पर चुनाव लड़ा था। महाराष्ट्र में नगरपालिका और नगर निगमों में एआईएमआईएम के 150 पार्षद हैं।

ऐसे में कम सीटों पर लड़ने का सवाल ही नहीं है और साथ ही एआईएमआईएम को छोड़ी गई सीटों में इम्तियाज जलील जिस औरंगाबाद-मध्य सीट से विधानसभा चुनाव 2014 में जीते थे वह सीट तक प्रकाश आंबेडकर ने एआईएमआईएम के लिए नहीं छोड़ी है।

ऐसे में इम्तियाज जलील ने प्रकाश आंबेडकर को शुभकामना देते हुए गठबंधन तोड़ने की घोषणा की है। एआईएमआईएम के सांसद इम्तियाज जलील का कहना है कि हमने 2014 के विधानसभा चुनाव में 24 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 2 सीटें जीती थीं। वहीं हमारे महाराष्ट्र के नगर निगमों में पार्षद भी चुन कर आए हैं।

ऐसे में प्रकाश आंबेडकर का 8 सीटें देने का फैसला स्वीकार्य नहीं है। औरंगाबाद से एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने प्रेस रिलीज जारी कर गठबंधन को लेकर एआईएमआईएम की भूमिका स्पष्ट कर दी है।